बालाघाट आरटीओ को नही दिख रहा ऑफिस का भ्रस्टाचार
अमर वासनिक
बालाघाट आरटीओ और डीटीओ को भले ही अपने कार्यालयों का भ्रष्टाचार नहीं दिख रहा है। लेकिन, वहां भ्रष्टाचार किस कदर जड़ें जमा चुका है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अब तो वहां के कर्मचारी भी इससे आजिज आ चुके हैं। अखबार, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो और मीडिया सब बिके हुए हैं।
उल्लेखनीय है कि यूं तो सभी को पता है कि बालाघाट के आरटीओ कार्यालयों में लंबे समय से एजेंट और दलाल काम करते रहे हैं। हालांकि विभाग की ओर से लगातार आईटी का उपयोग बढ़ाकर भ्रष्टाचार और दलाली बंद करने के दावे किए जाते रहे हैं। लेकिन, वास्तविकता इसके विपरीत है। अब भी इन कार्यालयों में बिना दलाल की मदद के कोई काम नहीं होता है। अगर, कोई बिना रिश्वत दिए अपना काम करवाना भी चाहे तो उसे इतने धक्के खिलाए जाते हैं कि दलाल की मदद लेना उसकी मजबूरी हो जाती है।
जब पोलीस योद्धा न्यूज नेटवर्क की महिला पत्रकार सीमा सोनेकर से पूछा गया कि आरटीओ कार्यालय में किस तरह का भ्रष्टाचार हो रहा है?
तो – यह कोई बताने की बात है, सभी लोग जानते हैं कि कार्यालय में किस तरह का भ्रष्टाचार हो रहा है। क्या कोई इल्लीगल (गलत) चीजों को लेकर परेशान नहीं हो सकता।
अमर वासनिक
न्यूज एडिटर
पोलीस योद्धा न्यूज नेटवर्क
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