नागपुर जिले के ग्रामीण इलाकों की असल स्थिती! घुमंतू जनजाती के नागरिकों द्वारा टीकाकरण का विरोध प्रशासन पहूंचा जामगढ़ तथा तरोडा
संवाददाता-कोंढाली
गांव में लोगों में टेस्टिंग बढाने तथा अस्पतालों में कोविड जांच के लिये शिबीर लगाकर कोरोना की जांच कराई जाती है, कोविड संक्रमित मरीज अपने ही घर में गृह विलगिकरन में रहने के लिये प्राथमिकता देते हैं । पर अनेक कोविड मरीजों गृह विलगिकरन के नाम पर संपुर्ण गांव में घुमते नजर आते हैं, वहीं कुछ तो अपने दुकानों पर अपनी दुकानदारी करते नजर आ रहा है, गृहविलगीकरन के मरीजों कों समझाने पर भी मानने के बजाय मनमानी करते हैं । *वहीं कुछ गांव के लोग तो टीकाकरण का खुलकर विरोध कर रहे है*। इनमें घुमंतू जाती जनजाती के गांव वासी अधीक है। काटोल तहसील के तरोडा, जामगढ, तथा वाई के घुमंतू जनजाती के लोगों द्वारा टीकाकरण का विरोध किया जा रहा है, स्थानिय ग्राम सेवक द्वारा आरोग्य सेवा के अधिकारीयों द्वारा कैम्प लगाने की जानकारी देने पर ही स्थानीय तरोडा के अनेक लोगों द्वारा ग्रामसेवक को धमकाने का मामला सामने आया है ।
तरोडा -जामगढ़ के घुमांतू जनजाती के लोगों से मिलकर उन्हे टीकाकरन के लिये प्रोत्साहीत करने 11मई को प्रशासन के अधिकारी काटोल के तहसीलदार अजय चरडे, बी डी ओ संजय पाटील, स्वास्थ अधिकारी डाक्टर जयश्री वालके कोंढाली के थानेदार विश्वास पुलरवार उप निरिक्षक देवेंद्र सोनवले आदी ने जामगढ़ पहूंच कर स्थानिय घुमांतू जनजाती के महीला पुरूषों एकत्रीत कर संबधीतों से टीकाकरन ना लगवाने के विषय में जानकारी ली, जिसमें अनेकों ने टीकाकरन के बाद सेहतपर बुरा असर पडने तथा मृत्यू होने की डर से टीकाकरन को विरोध किये जाने की जानकारी सामने आयी, इस पर प्रसासनीक अधीकारी तथा डाक्टरों ने स्थानिय जनप्रतिनिधी सरपंच उषाताई धम्मरक्षित वाहने , पुर्व सभापती विजयसिंह रणनवरे, पं स सदस्य लता धारपुरे, ग्रा प सदस्य गुनवंतराव खवसे, किस्मत चव्हाण कैलास सुर्यवंशी, तथा ग्रा प सदस्य ने भी उपस्थित जन समुदाय को कोविड के संक्रमण काल में टीकाकरन के महत्व को समझाया फिर भी समिपस्थ गांव तरोडा के कुछ लोगों ने इस सभा में टीकाकरन करका विरोध कर इस बैठक मे शामील लोगों को धमकाने का प्रयास किया तब पुलीस ने संबधीत को बैठक से बाहर किया. जामगढ़ के किस्मत चव्हाण तथा ने टीकाकरन के लिये सबसे पहले अपने परिजनो का टीकाकरन कर अन्य लाभार्थीयों को भी टीकाकरन लगवाने की जानकारी दी गयी है.
*प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर ऑक्सीजन बेड के लिये व्यवस्थापन नही*
काटोल तहसील के तीनों प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र केंद्रों पर प्राथमिक ईलाज को आवश्यक औषधियों का वितरण तो होता है। इसी प्रकार यहां के प्रा.स्वा.केंद्रों पर छह बेड की व्यवस्था भी है ,यह छह बेड प्रसुती के लिये आयी महिलाओं के लिए आरक्षित रहते हैं ।
अब प्रत्येक प्रा स्वा केंद्र पर कम से कम 10ऑक्सीजन कंन्सेट्रेटर युक्त कोविड नियंत्रक बेड अथवा गंभीर रूप से घायलों तथा अन्य गंभीर बीमारी के लिये आवश्यक ऑक्सीजन कंन्सेट्रेटर युक्त बेड के आवश्यकतानुरूप भवन निर्माण कर ऑक्सीजन कंन्सेट्रेटर युक्त बेड तथा लगने वाले मनुष्य बल की नियुक्ति की मंजूर देने की आवश्यकता है।
*कोंढाली के ग्रामीण रूग्णालय के अपुर्ण निर्माण कार्य को पुर्ण कर अस्पताल शुरू कराने की मांग*
वर्ष 2013 में पुर्व मंत्री तथा विधायक अनिल देशमुख द्वारा कोंढाली के ग्रामीण रूग्णालय के लिये शासकीय मंजूरी दिलाने के बाद तथा पुर्व विधायक डाक्टर आषिश देशमुख के त्यागपत्र देने के बाद यहाँ के ग्रामीण रूग्णालय का निर्माण कार्य अधर में लटका है, आज यह ग्रामीण रूग्णालय शुरू हो जाता तो कोरोना संक्रमण के संकट काल में कोंढाली, मेटपांजरा के नागरिकों के लिये सुविधा जनक होने की जानकारी मिली है. कोंढाली के ग्रामिण रूग्णालय के अपुर्ण कार्य पुर्ण करने के तथा ऑक्सीजन आपूर्ती के व्यवस्थापन के लिये आरोग्य सेवा समिती के सह अध्यक्ष सलील देशमुख द्वारा आपत्ती व्यवस्थापन मंत्री विजय वडेटीवार से मिलकर नीधी कि मांग की है.