*टमाटर , और फुल अब पशुओं का खाद्य बना!* *टमाटर बैंगन , फूल के उत्पादक किसान संकट में !* *कोरोना (कोव्हिडा 19) सुपर स्प्रेड भी किसानों पर भी भारी पड रहा*
कोंढाली- संवाददाता
नागपुर शहर (कमिश्नररेट)क्षेत्र मे पुर्णतः लाकडाऊन के चलते संचारबंदी लागू की गयी है, इस संचाराबंदी तथा सोशल डिस्टंस्सींग के चलते किसानों को कठिनाईया झेलनी पड रही है.
15मार्च से नागपुर जिले के पालकमंत्री, नागपुर म्युनिसिपल कमिश्नर, नागपुर पुलीस कमिश्नर के संयुक्त बैठक में 15मार्च से 21मार्च लाकडाऊन की घोषणा के साथ कोव्हिड 19की के सुपर स्प्रेड रोकने के ( चैन तोडने के लिये ) लिये सभी को (अत्यावश्य सेवा छोडकर) अपने अपने घरों में ही रहने को कहा गया, जनता इस पर पुर्णतः अमल नही करती थी तब संचाराबंदी तथा जमावबंदी की गयी है. सोशल डिस्टंस्सींग को कडाई से पालन कराने के लिये बार बार अपिल की जा रही है.
इस में से किसानों को कृषी माल के लिये छूट होने के बावजूद किसानों के टमाटर, बैंगन, गोभी,उत्पादक किसानों के साथ साथ फूल उत्पादक किसानों को यातायात वाहन, वाहन चालक, आदी नही मिलने से, सामाजीक धार्मिक, शैक्षणिक आयोजनो पर पाबंदी के चलते किसानों के फुलों की मांग नही, सब्जी भाजी बागानों से सब्जी मंडीयो में सब्जी खरीददार नही मिल रहा.
खुर्सापार पार टमाटर तथा बैगण उत्पादक किसान योगेश गोतमारे ने बताया की 15मार्च को कारंजा बजार में 45कैरेट टमाटर ले गये वहां के बजार में बाहर गांव के व्यापारीयो को कोविड सुरक्षा के चलते बंदी के वजह से एकदम अच्छे दर्जे के टमाटर जो 25 -30रूपये किलो से बिकनेवाला टमाटर मात्र तिन रूपये भाव से मात्र चार कैरेट टमाटर बिका, जिसमें यातायात का भी भाडा वसुल नही हुआ, वही हाल काटोल के बाजार का रहा वहां तो मात्र एक ही कैरेट टमाटर बिक पाया. आखीर कार 35कैरेट टमाटर तथा 15बोली बैंगन पशुओं को खिलाना पड रहा है. मजूरी भी बढने से नही, आदी के चलते फुल , तथा टमाटर खेतो मे पडे है. किसानों को कोविड 19की मार विगत वर्ष भी मार्च तथा अप्रेल से ही पडी थी, यही हाल इस वर्ष भी सुपर स्प्रेड के चलते पड रही है, कोंढाली क्षेत्र के खुर्सापार, खापरी, जामगढ, जुनापाणी, चंदनपार्डी, खैरी चिखली, मासोद, दुधाला, सोनेगाव, शिरमी, बोरगाव, धुरखेडा, जाटलापुर, पांजरा, मिनिवाडा, आदी गांव के किसान फल सब्जी, फूल की खेती करते है. इस के किसान दोहरी संकट मे नजर आ रहा है.