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तीन कृषि काले कानून की सैकड़ो प्रतियाँ मजदूरों एवं मजदूर संगठनों ने जलाई।

Summary

श्रमिक संगठनों के अखिल भारतीय मजदूर संगठनों की ओर से आज दिनांक 03 फरवरी 2021 को बेरमो कोयलांचल,बोकारो ,झारखण्ड के गांघी जी की प्रतिमा के समक्ष बजट,चार लेवर कोड,एवं तीन कृषि काले कानून की सैकड़ो प्रतियाँ मजदूरों एवं मजदूर संगठनों […]

श्रमिक संगठनों के अखिल भारतीय मजदूर संगठनों की ओर से आज दिनांक 03 फरवरी 2021 को बेरमो कोयलांचल,बोकारो ,झारखण्ड के गांघी जी की प्रतिमा के समक्ष बजट,चार लेवर कोड,एवं तीन कृषि काले कानून की सैकड़ो प्रतियाँ मजदूरों एवं मजदूर संगठनों ने जलाई। इस कार्य क्रम में कोयला में कार्यरत एटक की यूनाइटेड कोल वर्कर्स यूनियन एवं सीटू की एन सी ओ ई ए के कार्यकर्ता सैकड़ो की संख्या में शामिल थे। उपस्थित मजदूरों एवं मजदूर संगठनों ने कहा कि बजट में हर वर्ग के मजदूरों के लिए मिनिमम वेज कोड लागू करने की घोषणा किया है।मोदी जी की सरकार ने कॉर्पोरेट्स घरानों को लाभ पहुचाने के लिए बैंक,रेल,बीमा,एयरपोर्ट, भेल सेल, कोल सहित राष्ट्रीय मार्ग,सब कुछ बेचने पर उतारू है। देश के अंदर आनेवाले दिनों में कोई भी सरकारी संस्थान सरकारी क्षेत्र में नही बच पायेगा। आम बजट का फोकस शिक्षा ,कृषि, सार्वजनिक क्षेत्र एवं रोजगार के विकास पर होना चाहिए था ,जो नही हुआ।जिसके विरोध में चार लेवर कोड की प्रतियां जलाकर सरकार को चेतावनी दी जारही है।
आगे यह भी कहा गया कि वित्त मंत्री जी ने अपने बजट में किसानों को कोई राहत न देकर ग्रामीण जीवन के साथ बड़ा ही अन्याय किया है।जबकि चार महीनों से किसान सड़कों पर है। धरना, प्रदर्शन,सड़क जाम,भूख हड़ताल,महामहिम राष्ट्रपति महोदय, माननीय प्रधान मंत्री महोदय को ज्ञापन दे चुके हैं, आंदोलन किया जा रहा है।मगर मोदी सरकार अपनी कुंभकर्णी निद्रा में सोई हुई है।70 दिनों से दिल्ली के दरवाजे पर लाखों महिला,पुरुष,बच्चे सब के सब खुले आसमान में भयंकर ठंढ में चीख रहे है ,चिल्ला रहे है।सरकार से अपील कर रहे हैं कि तीनो कृषि कानूनों को निरस्त किये जायँ।कृषि उत्पाद की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य पर करके उन्हें कानूनी रूप दिया जाए। किसान इस बजट से आशा कर रहे थे कि सरकार खेती के लिए लाए गए तीनो कृषि कानून वापस लेगी। एम एस पी पर खरीद की गारण्टी करेगी ,लेकिन कुछ हुआ नही। खेती को प्राथमिकता नही मिली।इसलिए यह बजट मजदूर, किसान, आमजन गण विरोधी बजट है। कोरोना काल मे
करों में छूट की काफी उम्मीद थी,पर सरकार ने किसी तरह की कोई कटौती नही की।लेकिन पेट्रोल,डीजल पर कृषि टैक्स लगा दिया। प्रोविडेंट फंड के ब्याज पर भी टैक्स लगा दिया। बजट इस मायने में देश को गर्त में पहुँचानेवाला है।इसलिए बजट की प्रतियां,लेवर कोड की प्रतियां, कृषि कानून की प्रतियां को जलाकर विरोध जता रहे है।
इस कार्यक्रम में यूसीडब्ल्यू यू के महामंत्री का0 लखन लाल महतो, चन्द्रशेखर झा,गणेश प्रसाद महतो, नवीन कुमार विश्वकर्मा, रामेश्वर साव,सुजीत कुमार घोष, भीम महतो, अकबर अली,सुरेश प्रसाद शर्मा,
सीटू के का0 भगीरथ शर्मा, सपन विश्वास,रामधारी सिंह दिनकर,मनोज पासवान, टेकमन यादव,देवाशीष रजवार,रामटहल महतो,
एक्टू के बालेश्वर यादव,बल गोबिंद मण्डल,पंचानन्द मण्डल इत्यादि सैकड़ो के तायदाद में लोग उपस्थित थे। धन्यवाद ज्ञापन चन्द्रशेखर झा ने किया।

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