इमानदार अफसर ने दिलाया पीडिता को इंसाफ

मुंबई वार्ता:- आज भी औरत का घर कौन सा है इस सवाल का जवाब आज तक किसी औरत को नहीं मिला? यह केस कलेक्टर कॉलोनी चेंबूर मुंबई का हैं। 50 साल की औरत वर्षा खेतपाल जिसने 35 साल अपने विवाहित जीवन में दिए, आज भी उसको बताया जा रहा है उसका (ससुराल) उसके पति का घर उसका नहीं है। आज भी वह इस उम्र में आपने ससुराल मे सुरक्षित नहीं है। 52 साल की उम्र में भी उसके पति, नंद, नंद की बेटी ने उसको मारा और मानसिक प्रताड़ित किया और घर से निकल जाने की धमकी दी। आज तक उसके पति ने उसको किसी तरह का कोई खर्चा नहीं दिया, पर लाचारी,बेबसी और अपमान हर वक्त दिया। पीड़ित महिला पिछले एक साल से बहुत सी बीमारियों से जूझ रही है। वह एक हार्ट पेशेंट, अस्थमा पेशेंट, लंग इनफेक्शंस आदि बीमारियों से जूझ रही है। कुछ समय पहले वह कोमा से बाहर आई है। जब पीड़ित महिला इन बीमारियों से जूझ रही थी, तब उसके ससुराल वालों ने और पति ने उसे अकेला मरता छोड़ दिया और उसका इलाज भी नहीं करवाया। जब उसके आस पास मे पड़ोस की रहने वाली सहेलियों को उसकी हालत का पता चला तो उन्होंने उसी समय उसे हॉस्पिटल में भर्ती करवाया और विदेश में बैठे उसके बेटे को बताया और उसकी मदद से पीड़ित महिला का इलाज करवाया। 9 महीने से उसकी साहेलियो ने उसकी सेवा की और उसकी जान बचाई। आज तक उसके पति, नंद, देवर और सास कोई भी हॉस्पिटल नहीं गए, ना ही हॉस्पिटल का बिल भरा और ना हीं उसकी सेवा की। पीड़िता पूर्ण आराम पर है। इस स्थिति में भी पीड़ित महिला के पति, नंद और नंद की बेटी ने 29 अप्रैल 2025, दोपहर 2:30 बजे और शाम 8:30 बजे उस से गाली गलौज की और मारा पिटा। जब आप-पास मे रहने वाली साहेलियो को पता चला तो वह उस पीड़ित महिला को बचाने आई तब पीडिता के पति और नंद और नंद की बेटी ने पीड़िता की सहेलियों को झूठी चोरी के एलजांम में और पुलिस के झूठे केस में फंसने की धमकियां दी और धक्के मार के घर से निकाल दिया। फिर पीड़ित महिला ने अपनी सुरक्षा के लिए 100 नंबर पर कॉल कर पुलिस को अपनी मदद की गुहार लगाई। आर. सी. एफ चेंबूर पुलिस महाराष्ट्र ने तुरंत एक्शन लिया और पीड़िता के घर पहुंच कर उसको उसके पति, नंद और नंद की बेटी के चंगुल से बचाया।
जब तक हमारे बीच में एसे ईमानदार वफादार और सच्चाई का साथ देने वाले पुलिस ऑफिसर है तब तक हमारे देश में इंसाफ मिलने की उम्मीद जागृत रहेगी। आर. सी. एफ चैंबर मुंबई महाराष्ट्र सीनियर पी आई राजेश कुमार काटे जी ने पीड़ित महिला की सारी तकलीफ़ सुनी और पीड़ित महिला को इंसाफ दिलाने का आश्वासन दिया और ए पी आई राजेश निगम जी को इस केस को दर्ज करने के लिए बोला और अपराधियों के लिए सख्त कार्रवाई करने को कहा।ए पी आई संजय निगम जी ने विभिन्न पूर्वक पीड़िता का बयान लिखा और अपराधियों के खिलाफ तुरंत एक्शन लिया। जब तक ऐसे ईमानदार पुलिस ऑफिसर अपनी वर्दी की मर्यादा रखते हुए सच्चाई से मानवता की सेवा करते हैं,तब पीड़ितों इंसाफ जरुर मिलता है। एसे ईमानदार ऑफिसर के जज्बे को सलाम। अगर जुर्म के खिलाफ उसी समय एक्शन लिया जाए तो हमारे देश में अपराध होने बहुत कम हो जाएंगे।हमारे देश मे हर महिला सुरक्षित होगीं। हमारे देश को ऐसे ही ऑफिसर्स की जरूरत है जो पीड़ितो को उसी समय इंसाफ दिला सके। जब तक ऐसे पुलिस ऑफिसर बिना ब्राइब और करप्शन के अपना सहयोग देते रहेंगे तब तक पीड़ितो को सही समय पर सही मायने में न्याय मिल सकेगा।
जय हिंद
जय भारत
जय महाराष्ट्र।