युवा समाजसेवी श्री अरविंदकुमार रतूड़ी भारत गौरव सम्मान 2023 से सम्मानित
नागपुर कामठी भीलगांव में आयोजित एक सामाजिक आयोजन में सुप्रसिद्ध समाजसेवी एवं राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संरक्षण कार्यकर्ता व करोना योद्धा श्री अरविंदकुमार रतूड़ी संस्थापक अध्यक्ष किंग कोबरा आर्गेनाइजेशन यूथ फोर्स,राष्ट्र निर्माण की और दो कदम, नारी शक्ति एक सम्मान और पशु क्रूरता के ख़िलाफ़ जंग नागपुर महाराष्ट्र को राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कार्य करने वाले सामाजिक संगठन एकता फाउंडेशन तथा शिव भीम सेना की तरफ से उनके पांचवें वर्धापन दिवस पर भारत गौरव सम्मान 2023 से सम्मानित किया गया यह सम्मान पत्र संस्था के राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ जय संजय रामटेके द्वारा दिया गया डॉ श्री रामटेके द्वारा कई बरसों से रतूड़ी द्वारा किए जा रहे विभिन्न प्रकार के सामाजिक कार्यों जो कि निःशुल्क, निस्वार्थ,निर्भीक, निष्पक्ष जनसेवा के तौर पर किए जा रहे है उन कार्यों की प्रशंसा की गई खासकर करोना वायरस महामारी में रतूड़ी द्वारा जान हथेली पर रखकर इंसानियत मानवता और राष्ट्रीय धर्म को सर्वोपरि मानकर एक सच्चे करोना योद्धा बनकर विभिन्न जाति धर्म पंथ मजहब के लगभग 3300 करोना मृतकों के अंतिम संस्कार उनके धार्मिक रीति रिवाजों के अनुरूप स्वयं ख़र्च से करने के साथ साथ हजारों परप्रांतिय लोगों को उनके राज्यों में शासन प्रशासन के साथ मिलकर भेजना गंभीर मरीजों को अस्पताल में भर्ती करवाना और सस्ती दवाइयां आक्सीजन मुहैया करवाना नकली दवाइयों के सौदागरों को पकड़ना कालाबजारी रूकवाना करोना वायरस के विरुद्ध नागपुर के विभिन्न क्षेत्रों में खासकर मुस्लिम बहुल इलाकों में विभिन्न धर्मों के धर्म गुरूओ को साथ लेकर जनजागरण अभियान चलाना इंसानों के साथ साथ मूके लावारिस हालत में घूम रहे मूक प्राणियों को अन्न जल की व्यवस्था करना उन्हें खाना पानी दवाइयां देना जरूरतमंद लोगों को सूखी राशन के साथ साथ खाना फल और जीवन आवश्यक सामग्री दान करना इन्हीं जनहितकारी कार्यों और कठोर कठीनाई भरी जनसेवा,प्राणी सेवा के लिए श्री
अरविंदकुमार रतूड़ी को सम्मानित करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना उपस्थित पदाधिकारियों द्वारा की गई रतूड़ी द्वारा सम्मान पत्र मिलने पर अपने संभाषण में कहा कि अपने और अपने परिवार के लिए तो सभी जीते है असली जीने का मजा तो दूसरों की पीड़ा दुःख को समझते हुए उसे दूर करने में ही है और मानवता इंसानियत को अपने अंदर आख़री सांसों तक जिंदा रखने में है तथा राष्ट्र धर्म निभाने में है