महाराष्ट्र के गडचिरोली जिले के विकास पर हार्ड कोर नक्षलवादीयों की धमकी धर्मराव बाबा आत्राम के साथ साथ उनके परिजनों को जान से मारने की धमकी *************

दुर्गाप्रसाद पांडे
गडचिरोली के विकास तथा धर्मराव बाबा आत्राम के परिजनों के सुरक्षा कि जिम्मेवारी सरकार की
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे
सदन के भितर
महाराष्ट्र विधानसभा का तिसरा सत्र उपराजधानी में 19दिसंम्बर को विधानसभा के सभापती के निर्देशानुसार सुबह ठिक 11-00बजे वंदे-मातरम्,के साथ प्रारंभ हुआ.
इसके सभा नव निर्वाचित विधानसभा सदस्य का सदन में संबंध परिचय का विषय समाप्त होते ही नेता प्रतिपक्ष अजित पवार द्वारा गडचिरोली के कायाकल्प करने वाले सुरजागढ खनिज प्रकल्प रूकवाने के लिये, हार्ड कोर नक्षलवादीयों द्वारा गडचिरोली के विधायक राजे धर्मराव बाबा आत्राम को जान मारने के लिये ऐलान किये जाने की घटना की जानकारी को अध्यक्ष के माध्यम से राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे तथा उपमुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस को देकर राजे धर्मराव बाबा तथा उनके परिजनों के सुरक्षा कि मांग की. साथ ही छह हजार से अधिक गडचिरोली जिले के ही मजदूरों को काम मिलने से गडचिरोली के विकास के मारक नक्षलीयों पर नकेल कसने की मांग की.
जिस पर गृहमंत्री तथा मुख्य मंत्री ने राजे धर्मराव बाबा आत्राम के परिजन तथा सुरजागढ प्रकल्प को भी सुरक्षा मुहय्या कराने आश्वासन दिया.
इस बिच सदन के अध्यक्ष नारवेकर द्वारा तालिका अध्यक्षों के नाम निर्देशित किये.
इसके साथ ही सरकार द्वारा महाराष्ट्र कृषी पणन तथा विकास विनियमन सुधारणा अध्यादेश,मुंबई मा न पा दुसरा सुधारणा अध्यादेश,महाराष्ट्र आकस्मित निधी सुधारणा अध्यादेश सुधारणा,जि प, न प, तिसरी सुधारणा अध्यादेश,यशवंत चव्हाण मुक्त विद्यापीठ, कवि कालिदास विश्वविद्यालय सुधारणा अध्यादेश सुधारणा के साथ पुरवनी मागणी सुधारणा अध्यादेश लाये गये. अंत में शोक प्रस्ताव के बाद सदन का काम काज समाप्त हुआ.
सदन के बाहर 50खोके -एकदम ओक्के
विधानसभा सदन प्रागण में सुबह दस बज़े से ही विपक्ष द्वारा 50खोके एकदम ओके तथा कर्नाटक सीमा वाद पर कर्णाटक सरकार के साथ ही महाराष्ट्र राज्य तथा केंद्र सरकार खिलाफ नारेबाजी की गयी.