कोंढाली वन परिक्षेत्र में तेंदुऐ की दहशत एक सप्ताह में तिन पशुओं को बनाया निशाना.
कोंढाली वन परिक्षेत्र में तेंदुऐ की दहशत
एक सप्ताह में तिन पशुओं को बनाया निशाना.
वन अधिकारी तथा वन रक्षक द्वारा गस्त जारी
कोंढाळी-संवाददाता-
कोंढाली वन परिक्षेत्र के अहमदनगर तथा कोंढाली उपवन क्षेत्र के अहमदनगर, चिंचोली,हेटी, चंदनपरडी, जुनापाणी, खापरी, धामनगांव क्षेत्र में तेंदुए नें भारी आतंक मचाकर रखा है। यहां के खापरी-चंदनपरडी के किसानों के चार पशुओं(गोवंश) को अपना निवाला बनाया है । प्राप्त जानकारी के अनुसार
कोंढाली वनपरिक्षेत्र के अहमदनगर, चंदनपरडी, खापरी क्षेत्र में विगत आठ दिनों से भारी दहशत माचा कर रखी है।
अहमदनगर उप वन के चंदन पारडी ( शिवकामठ)के किसान श्रीराम ढोबले के गोशाला में बंधे दो वर्षीय गाय के बछडे पर हमला कर गो शाला से250मिटर दूर घसीटता ले जाकर बछडे को अपना निवाला बनाया,घटना की जानकारी पुलीस पटेल उमेश खवशी तथा किसान द्वारा वन विभाग दी। सुचना मिलते ही वनपरिक्षेत्र अधिकारी निशिकांत कापगते उपवन अधिकारी अनील नवघरे वन रक्षक अजय पंचभाई तथा सुरेखा बेलखेडे घटना स्थल पहूंचे पंचनामा कर किसान को मुवाजा के लिये कार्यवाही कि गयी है। इस प्रकार कोंढाली अहमदनगर उपवन से लगकर ही कोंढाळी उपवन में के खापरी वन खंड 59 में आठ अप्रेल को यहां के किसान चिंधबा वाघाडे के खेत में बंधे दो वर्षीय गोवंश बछडे अपना निवाला बनाया, इसी प्रकार 13अप्रैल के रात यहां के किसान अनिल बारवकर के खेत में बंधे (गोवंश) बछीया (आयु 2) को अपना निवाला बनाया, तेंदुए द्वारा पशुओं कों धरे जाने की जानकारी मिलते हि वनपरिक्षेत्र अधिकारी निशिकांत कापगते, उपवन अधिकारी एफ बी पठान वनरक्षक एस आर पाटील,किशोर कुसलकर, घटना स्थल पर पहूंचे यहां पशुओं का पंचनामा कर मुआवजों के कार्यवाही के लिये विभागीय वन कार्यालय नागपुर भेजा गया है ।
विगत 15दिनों से तेंदुए ने अहमदनगर,चंदनपरडी, खापरी क्षेत्र में भारी दहशत माचा कर रखी है जिस से यहां के किसान, खेतीहर मजदूर, ग्रामीणों में भारी भय का वातावरण बना हुआ है, यहां के किसान तथा जन प्रतिनिधि सतीष पाटील चव्हान, किसान रवी हिंगवे, राज मार्ग के ढाबा संचालक गफ्फार शेख ,तथा सुजीत बारोकर ने 13अप्रेल के सूबह यहां के नाले के किनारे तेंदुए तथा पट्टेदार बाघ को प्रत्यक्ष देखे जाने की जानकारी दी है। वनरक्षक एस आर पाटील ने खापरी वन खंड 59 के घटना स्थल से बताया कि यहां के पशुओं को तेंदुए ने अपना निशाना बनाया है । घटना स्थल के समिपस्थ ट्रॅप कैमेरा लगाया गया है साथ ही कोंढाली तथा अहमदनगर उपवन के वन सीमा से सटे गांव के किसान , आम जनता तथा स्कूली छात्रों को अलर्ट कर वन विभाग द्वारा गस्त जारी है ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कोंढाली वन परिक्षेत्र वर्धा जिले के बोर अभयारण्य से कमदम सटा होने से इस क्षेत्र के
खापा, धोतीवाडा, किनकिधोडा, कामठी,मासोद, मिनीवाडा, म्हसाडा, घुबडी, तथा वर्धा जिले के कारंजा(घा), वनपरिक्षेत्र के धानोली,मेट,हिरजी,काजली, नांदोरा,राहटीक्षेत्र यह वर्धा जिले में स्थित बोरअभयारण्य से तेंदुवा,बाघ,भालू,जैसे हिंस्त्रपशुओं का विगतअनेक दिनों से कोंढाली वन परिक्षेत्र के नागपुर-वर्धा जिले के सीमावर्ती गांवों में विचरण करने की जानकारी जिले के सीमावर्ती गांवों के जनप्रतिधीनींयों द्वारा दिये गये।
12अप्रैल को कोंढाली -वर्धा रोड पर वर्धा जिले के ढगा के घाट पर दो पट्टेदार बाघ देखे गये। यह क्षेत्र कोंढाळी वन परिक्षेत्र के सीमा से सट कर ही है। जिससे हिंस्र पशुओं का खापरी चंदनपरडी अहमदनगर क्षेत्र से नियमित आवाजाही लगी रहती है,
यह जानकारी चंदनपरडी के सरपंच पिंगला चौधरी, उपसपंच सतीश पुंजे,अहमदनगर के पुर्व सरपंच जानराव बाहे, रवी साठे, मिनीवाडा-म्हसाडा के उपसरपंच पदम पाटील डेहणकर द्वारा इस क्षेत्र में तेंदुए तथा बाघ से किसानों में भय का वातावरण बना हुआ है ।
फोटो में तेंदुए से पीडीत किसान तथा वन वनविभाग अधिकारी तथा कर्मचारी