समाजसेवी अरविंदकुमार रतूड़ी पूर्व मुख्यमंत्री डॉ शंकरराव चौव्हाण गौरव सम्मान से सम्मानित

समाजसेवी अरविंदकुमार रतूड़ी पूर्व मुख्यमंत्री डॉ शंकरराव चौव्हाण गौरव सम्मान से सम्मानित
नागपुर ओमनगर दिनांक २८/०३/२०२२ युवा समाजसेवी और किंग कोबरा आर्गेनाइजेशन यूथ फोर्स,राष्ट्र निर्माण की और दो कदम, नारी शक्ति एक सम्मान,पशु क्रूरता के ख़िलाफ़ जंग नागपुर महाराष्ट्र के संस्थापक अध्यक्ष और राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार कार्यकर्ता अरविंदकुमार रतूड़ी को उनके विभिन्न प्रकार के देशहित जनकल्याणकारी कार्यो जो कि निःशुल्क,निस्वार्थ निर्भीक,निष्पक्ष सालों से निरंतर चले आ रहे है और विषेश कर कोविड 19 वायरस महामारी में एक निर्भीक करोना योद्धा बनकर मार्च २०२० से लगातार वर्तमान समय २०२२ तक अपनी मानवतावादी सेवा देने असंख्य ज़रूरतमंद लोगों, बेसहारा गरीबों को जीवन आवश्यक सामग्री दान करने, परप्रांतिय लोगों, छात्रों,मजदूरों को उनके राज्यों में भेजने,कोविड वायरस से बचने हेतु जनजागृति अभियान चलाने, गंभीर मरीजों को ऑक्सीजन,दवाइयां कम दरों में मुहैय्या करवाने,अस्पतालों में बिल कम करवाने,बैड मुहैय्या करवाते हुए भर्ती करवाने,नक़ली दवाईयों के गिरोह पकड़ने के साथ साथ लगभग ३३०० से उपर करोना मृतकों का अंतिम संस्कार उनके धर्म मजहब और रीति-रिवाजों से स्वयं के खर्चे से करने के लिए एकता फाउंडेशन और ग्लोबल एकता मीडिया द्वारा भूतपूर्व मुख्यमंत्री महाराष्ट्र डॉ शंकरराव चौव्हाण गौरव सम्मान पत्र से सम्मानित किया गया संस्थान के अध्यक्ष श्री डॉ.जय रामटेक द्वारा यह सम्मान और प्रमाण पत्र दिया गया और रतूड़ी के ३० सालों से निरंतर चले आ रहे मानवतावादी सामाज कार्यो की भूरी भूरी प्रशंसा डॉ जय रामटेक द्वारा की गई प्रमाण पत्र मिलने पर श्री रतूड़ी द्वारा कहा गया कि यह सम्मान और प्रतिष्ठित प्रमाण पत्र मिलना मेरे और मेरे समाज कार्य के लिए एक बेहतरीन गौरवशाली दिन है और अब समाज, देश,मूक प्राणियों के प्रति मेरी ज़िम्मेदारी चौबीसों घंटे ज़्यादा से ज़्यादा बढ़ गई है और राष्ट्र धर्म मानवता का दायित्व भी बहुत ज्यादा बढ़ गया है यह सिर्फ सम्मान पत्र नहीं है बल्कि मेरे लिए प्रेरणा है आख़री सांसों तक समाज सेवा करने के लिए मुझे मेरे कर्तव्य निभाने की याद दिलाते रहने के लिए सामाजिक जिम्मेदारी निभाने में जो मान सम्मान और प्रमाण पत्र मिलता है वहीं सामाजिक जिंदगी की असली दौलत होती है और हमारी पहचान होती है रतूड़ी ने यह सम्मान अपने स्वर्गीय माता-पिता एवं परिवार के अलावा सभी देशवासियों को समर्पित किया है