मीडिया! मोदी की मूर्खता और नफरती पॉलिटिक्स ने भारत की क्या दुर्दशा की?? अंबानी उसे उजागर कर रहा है.?? ब्लूमबर्ग ने लिखा है..
मुंबई संवाददाता चक्रधर मेश्राम दि. 25 एप्रिल 2021
ब्लूमबर्ग लिखता है की, मोदी ने आजतक महामारी को गम्भीरता से नही लिया..2020 में नफरत से महामारी को जोड़ कर भारत का सर्वनाश कर दिया था..और 2021 में मूर्खता, धर्म, खुद के अहंकार से जोड़ कर भारत को बरबाद कर दिया है. लगभग ऐसा ही व्यवहार ब्राजील, हंगरी, इंग्लैंड और अमेरिका के दक्षिणपंथी नेताओ ने किया..ट्रम्प ने तो अमेरिका को सदियों की चोट दी है..पर मोदी ट्रम्प से ज्यादा भयंकर है..क्योंकि मोदी के साथ भ्रष्ट मीडिया भी है..भारत की बरबादी तो नोटबन्दी से शुरू हो गई थी..पर मीडिया ने भारत वासियों को नोटबन्दी जैसी त्रासदी को राष्ट्रवाद बना कर पेश किया..अगर उसदिन मोदी को मीडिया रोक देती तो भारत इस दयनीय हालातो में नही पहुंचता. ऊपर से भारत का एक मंदबुद्धि स्वास्थ्यमंत्री जिसने पूरे स्वास्थ्य व्यवस्था, दवा व्यवस्था को चाटुकारिता में बरबाद कर दिया है. क्या स्वास्थ्यमंत्री बता सकता है कि उसने PM को कभी भी इस दूसरी लहर पर आगाह किया था? स्वास्थ्यमंत्री की सोच ही नकारा है. मोदी ने व्यक्तिगत रूप से अहमदाबाद के स्टेडियम में हजारो जनता को बिना सुरक्षा के क्रिकेट देखने को उत्साहित किया, बंगाल में बड़ी रैलीया की, कुंभ का आयोजन करवाया..ये मोदी के व्यक्तिगत अपराध है! जिसे मीडिया छुपा रहा है..किसी दूसरे ने क्या किया उसका कोई अर्थ नही..सवाल है कि , मोदी PM है और उसने क्या किया? इसके अलावा मोदी का महामारी के इंजेक्शन, ऑक्सीजन और अन्य दवाओं को एक्सपोर्ट करना ये दर्शाता है कि, मोदी को देश के हालात का कोई ज्ञान नही है..भारत का कोई भी PM इतना कम ज्ञान कैसे रख सकता है? (ग्लोबल मीडिया मोदी को मंदबुद्धि बोल रहा है) मार्च 2021 में मोदी ने खुद ट्वीट कर मीडिया को केवल पॉजिटिव न्यूज़ दिखाने को धमकाया था..जब मीडिया और मोदी दोनो ने जनता को सुनहरा भविष्य दिखा कर खतरे से आगाह ही नही किया तो जनता का क्या कसूर? दुनिया का कोई भी नेता इतने पापों के बाद नही बच पाया है..आगे देखना है कि भारत कैसे खुद को Unfold करता है..?