देश मध्यप्रदेश शिक्षण हेडलाइन

प्राईवेट स्कूलों की मनमानी से अभिभावकों की जेब हो रही ढीली स्कूल संचालक हो रहें मालामाल

Summary

शिक्षा एक ऐसा व्यापार जिसमें शिर्फ एक बार पैसा लगाकर जोर जुगाड़ से मान्यता लेकर बिना डिग्री बिना योग्यता से लाखों करोड़ों कमा सकते हैं प्राईवेट स्कूलों का जितना बड़ा नाम उतनी ज्यादा फीस पढ़ाई मुश्किल से 6. 7 . […]

शिक्षा एक ऐसा व्यापार जिसमें शिर्फ एक बार पैसा लगाकर जोर जुगाड़ से मान्यता लेकर बिना डिग्री बिना योग्यता से लाखों करोड़ों कमा सकते हैं प्राईवेट स्कूलों का जितना बड़ा नाम उतनी ज्यादा फीस पढ़ाई मुश्किल से 6. 7 . महीने फीस पूरे साल की कापी किताब ड्रेस जूते मोजे स्कूल की बताई जगह से भले ही स्कूलों के पास पर्याप्त सुविधाएं न हो प्राईवेट स्कूल परिक्षा के बहाने फीस वशूली अभियान चलाते हैं सरकारी नियमानुसार परिक्षा तीन महीने छमाही और शालाना होती है लेकिन प्राईवेट स्कूलों व्दारा हर दो महीने में परिक्षाएं ली जाती है और उसका मुख्य उद्देश्य पैसा कलेक्शन करना होता है बोनांजा कान्वेंट स्कूल बदखर के प्रिंसीपल रश्मि श्रीवास्तव तो जिन बच्चों की फीस जमा नहीं उन बच्चों को बेशर्म और निर्लज्ज जैसे शब्दों से हतोत्साहित किया जा रहा है जबसे गौरव अरोड़ा स्कूल के डायरेक्टर बने हैं तभी से स्कूल में अनियमितताएं बनी हुई है न तो बोनांजा कान्वेंट स्कूल बदखर के पास पर्याप्त खेल मैदान है न पार्किंग की सुविधा है न ही अच्छे शिक्षक है न ही पर्याप्त सुरक्षित वाहन है नियमानुसार स्कूलों को एक साल में 25 हजार से ज्यादा फीस नहीं लेनी चाहिए लेकिन बोनांजा कान्वेंट स्कूल बदखर व्दारा खुलेआम 30 पैंतिस हजार फीस एक बच्चे से वशूल किया जा रहा है क्या प्राईवेट स्कूलों की ईस लूट पर रोक लगाने के लिए सरकार जिला कलेक्टर शिक्षा अधिकारी आगे आएंगे य फिर जनता की खून पशीने की कमाई प्राईवेट स्कूलों के आकाओं की जेब भरती रहेगी

 

विमल यादव

जि. सतना

मध्यप्रदेश

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *