परसमनिया क्षेत्र में झोलाछाप डाॅक्टरों का मकड़जाल फैला, गांव में शासकीय शिक्षक तक अवैध निजी क्लीनिक संचालित कर रहे हैं।
परसमनिया क्षेत्र में झोलाछाप डाॅक्टरों का मकड़जाल फैला, गांव में शासकीय शिक्षक तक अवैध निजी क्लीनिक संचालित कर रहे हैं।
यदुवंशी ननकू यादव के साथ विमल यादव की रिपोर्ट
सतना जिले के परसमानिया पठार।के क्षेत्र में झोलाछाप डाॅक्टरों का मकड़जाल फैला हुआ है, गांव से लेकर के शहर तक अवैध निजी क्लीनिक संचालित हो रहे हैं। बिना रजिस्ट्रेशन के पैथॉलाजी और मेडिकल स्टोर्स भी संचालित है। इन क्लीनिकों में मौसमी बीमारियों के इलाज से लेकर बाकायदा डिलीवरी तक हो रही है।
एक अनुमान के मुताबिक करीब १५ से अधिक झोलाछाप डॉक्टर परसमनिया क्षेत्र में मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं, फिर भी इन पर प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। परसमनिया के सहित ग्रामीण अंचल में 1 दर्जन से भी अधिक निजी क्लिीनिक अवैध रूप से संचालित है।बिना डिग्री के ये डॉक्टर विभिन्न गंभीर बीमारियों का इलाज तक कर रहे हैं मरीजों से मोटी रकम वसूल रहे हैं। खास बात यह है कि गोरखधंधा प्रशासन की नाक के नीचे खुले आम हो रहा है लेकिन कोई भी अधिकारी इन पर उचित कार्रवाई नहीं कर रहा है।
पिंपरीया गांव में 2 डॉक्टर अपनी तिलक संचालित कर रहे हैं जिसमें शासकीय शिक्षक ओमप्रकाश विश्वकर्मा नामक शिक्षक गैर कानूनी ढंग से क्लीनिक संचालित कर रहा एवं वहीं पर विजय करमोकर नामक बंगाली डॉक्टर मरीजों की सभी बीमारियों का इलाज अपने क्लीनिक में कर रहा जानकारी के मुताबिक डिलीवरी तक महिलाओं की करने में नहीं चूकता कैंसर से लेकर गंभीर बीमारियों का इलाज गरीब आदिवासियों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रहा
ऐसे नकली डॉक्टरों पर स्वास्थ्य विभाग को गंभीरता से लेकर के इनके ऊपर कार्रवाई करना चाहिए यह स्वास्थ्य विभाग के लिए जांच का विषय है।