नागपुर शहर में 33856 छात्रों के प्रवेश रिक्त, वहीं कोंढाली में 175 विद्यार्थी प्रवेश से वंचित रहने की संभावना कोंढाली के 11वीं विज्ञान शाखा के विद्यार्थी – प्रवेश का इंतजार विज्ञान शाखा के विद्यार्थी हो सकते हैं शिक्षा से वंचित शिक्षा मंत्री- पालक मंत्री- विधायकों से अभिभावकों की विधायकों से अपेक्षाएं
संवाददाता- कोंढाली
नागपुर जिले के काटोल तहसील के लाखोटिया भुतडा जूनियर कॉलेज और हायर सेकेंडरी स्कूल, कोंढाली के कक्षा ग्यारहवीं विज्ञान के छात्रों के लिए बढ़े हुए प्रवेश के लिए, कोंढाली शाखा में प्रवेश के लिए स्थानीय छात्रों के अभिभावकों ने यहां जूनियर कॉलेज में प्रवेश के लिए आवेदन किया है. जिसमें शासन से मंजूर संख्या के छात्रों प्रवेश के बाद भी 175 छात्र प्रवेश के लिये इंतजार में है. अतिरिक्त छात्रों के प्रवेश के मंजुरी के लिये कनिष्ठ महाविद्यालय के प्राचार्य द्वारा शिक्षण विभाग के वरिष्ठ अधिकारीयों से लिखित में मांग की गयी है।पण.प्राप्त जानकारी के अनुसार नागपुर जिले का कोंढाली क्षेत्र आदिवासी बाहुल क्षेत्र है. इस क्षेत्र के छात्रों को उच्च माध्यमिक शिक्षा के लिये कोंढाली ही नजदिकी शिक्षा केंद्र है. यहाँ उच्च माध्यमिक शिक्षा के विज्ञान/कला/वाणिज्य शाखा के लिये लखोटिया भुतडा जूनियर कॉलेज तथा/हायर सेकेंडरी स्कूल ही समिपस्थ है.यहां11वीं कक्षा के लिए छात्रों की स्वीकृत क्षमता तक पहुंच गया है. और अधिक छात्र अतिरिक्त प्रवेश के लिए अनुमोदन की प्रतीक्षा कर रहे हैं। इसका कोटा पूरा होने के बाद
आदिवासी क्षेत्र के विज्ञान के 67 और कला व वाणिज्य के 108 विद्यार्थी प्रवेश के लिए हायस्कूल में प्रवेश का इंतजार कर रहे हैं। स्कूल शुरू हुए दो माह से अधिक समय हो गया है. इसे लेकर अभिभावक प्रतिदिन हायर सेकेंडरी हाईस्कूल के प्राचार्य के पास आ रहे हैं। जब स्थानीय प्राचार्य सुधीर बुटे से इस बारे में पूछने पर, तो उन्होंने बताया कि एक बार जब हमारा स्वीकृत कोटा पूरा हो जाता है, तो हमें स्व-वित्तपोषित प्रवेश में वृद्धि के लिए शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से मंजूरी लेनी होगी। इस मंजूरी के लिए वरिष्ठ शिक्षा अधिकारी कार्यालय से मंजूरी के लिये अनुरोध किया गया है, लेकिन अभी तक मंजूरी नहीं मिली है। इस मामले में जब जिला शिक्षा अधिकारी रोहिणी कुंभार से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि संबंधित स्कूल/जूनियर कॉलेज के छात्रों के प्रवेश में वृद्धि के संबंध में एक प्रस्ताव प्राप्त हुआ है और इस पर उचित निर्णय लिया जाएगा. दरअसल, 20 छात्रों को बढ़े हुए दाखिले की मंजूरी मिलने मांग की गयी है. अभी भी कई छात्र अब भी बढ़े हुए दाखिले का इंतजार कर रहे हैं। संबंधित हायर सेकेंडरी स्कूल/जूनियर कॉलेज ने भी इस संबंध में अतिरिक्त छात्र प्रवेश की मांग की है. यह मांग जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक एवं शिक्षण उप संचालक कार्यालय को भेज दी गई है। नागपुर संभागीय शिक्षा उपसंचालक उल्हास नारद ने कहा कि यदि संबंधित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्रवेशित छात्रों की मांग आती है,उस मांग को शिक्षा संचालक के स्तर पर संचालक पुणे से अनुमोदन के बाद उचित निर्णय लिया जाता है.
प्रवेश वृद्धि के लिए संबंधित हायर सेकेंडरी हाई स्कूल में प्रवेश के इंतजार कर रहे अभिभावकों का कहना है कि काटोल तालुका के आदिवासी बहुल क्षेत्र कोंढाली में कक्षा 11 विज्ञान शाखा में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों के लिए 70-70 किमी दूर नागपुर जाना संभव नहीं है. इसलिए आदिवासी क्षेत्र के विद्यार्थी शिक्षा से वंचित न रहें, इसके लिए स्थानीय लाखोटीया भुतडा जूनियर कॉलेज/हायर सेकेंडरी स्कूल में अतिरिक्त प्रवेश के लिये शिक्षण विभाग मंजूरी देने की मांग तेजगीर चव्हाण, नितिन ठवले, आकाश गजबे, प्रवीण गोडबोले, सतीश पुंजे, धर्मपाल पाटील , दुर्गा प्रसाद पांडे उत्तम काले, शंकर सोलंकी, पवन पेंदाम, तुषार राऊत, सुनीता गजबे, लतिका खोडनकर, श्रुति कुर्वे, सोनाली पोकले, शीतल राऊत और अन्य अभिभावकों ने स्थानीय विधायक और पूर्व गृह राज्य मंत्री अनिल देशमुख तथा जि प सदस्य सलील देशमुख से मुलाकात कर अतिरिक्त छात्रों के प्रवेश के लिये मांग की है
वरिष्ठ शिक्षा अधिकारी से चर्चा
कोंढाली/मेटपांजरा क्षेत्र के अभिभावकों के मांग को लेकर जि प सलिल देशमुख ने स्थानीय आदिवासी क्षेत्रों के छात्रों के प्रवेश में वृद्धि को मंजूरी देने के लिए कोंढाली के लाखोटिया भुटाडा जूनियर कॉलेज में छात्रों के प्रवेश में वृद्धि के मुद्दे पर प्राचार्य सुधीर बुटे से चर्चा की , साथही जिला शिक्षा अधिकारी रोहिणी कुंभार और शिक्षा उप संचालक उल्हास नरड से चर्चा की. तथा बतया की दरअसल, कोंढाली से सटे चार आदिवासी इलाकों के विद्यार्थियों को शैक्षणिक दृष्टि से जरूरी प्रवेश मिलना चाहिए. हालाँकि, शिक्षा विभाग के नए नियमों के कारण, ग्रामीण क्षेत्रों में अभिभावकों, छात्रों और स्कूलों/जूनियर कॉलेजों के प्राचार्यों के बीच गलतफहमी के कारण विवाद उत्पन्न होते हैं। इससे निजात पाने के लिए अभिभावकों ने मांग की है कि शिक्षा विभाग, शिक्षक विधायक, स्थानीय विधायक, पालक मंत्री और जि प सदस्य तथा जन प्रतिनिधियों द्वारा शिक्षा विभाग ने सहयोग कर छात्रों के बढ़ते प्रवेश की समस्या का समाधान करें ताकि वर्तमान शैक्षणिक 11वीं विज्ञान शाखा के विद्यार्थियों को परीक्षा से वंचित कर साल बर्बाद नहीं किया जायेगा.