रीवा मनगवा थाना अंतर्गत गागेव छेत्र में दो परिवारों के बीच हुई मार पीट जमीनी बिबाद की आपसी रंजिश के कारण हुई लड़ाई
आज इंशानियत भी शर्मशार हुई मनगवा छेत्र के मढ़ी कला के अंसुमान सिंह ने जब मीडिया से अपने दुख का किया बटवारा आपको बता दे यह वही अंशुमान सिंह है जिनका अपहरण इन्ही के परिवार ने कर लिया था किन्तु मीडिया तथा हमारे पत्रकारों की वजह से इनको मझोली के जंगलों में पाया गया था किंतु आज भी इनके परिवार वाले और हमारा पुलिस प्रशाशन इतना निर्दीई हो गया है की ना तो 20 वर्ष की युवा लड़की का कैरियर बर्बाद करने में एक भी लज्जा महसूस नही हुई आपको बता दे हम उसी मढ़ी कला की बात कर रहे है जहा आज से दो दिन पहले जमीनी बिबाद की पुरानी रंजिश के कारण दो परिवारों के बीच जमकर मार पीट हुई मढ़ी निवासी भूपेंद्र सिंह तथा उनके भाई जितेंद्र सिंह जी के परिवार के बीच लाठी डंडे तथा फावड़े से मार पीट हुई और मार पीट इस कदर हुई की जितेंद्र सिंह पहला वार करते हुए भूपेंद्र के हाथो में मारा जिससे उनका हाथ टूट गया है तथा जब जितेंद्र सिंह ने दूसरा बार जब भूपेंद्र जी के सर में करना चाहा तो गलती से उनकी खुद की बेटी अंजू सिंह के सिर में लग गया जिससे उनके सिर में काफी चोट आई तथा जब इस घटना की शिकायत दोनो पक्षों द्वारा थाने में कराई गई तो घटना के दो दिन बाद तक पुलिस के कहने अनुसार सामान्य धारा लगाई गई थी दोनो पछो के ऊपर किंतु अचानक रविवार को भूपेंद्र सिंह जी के पूरे परिवार के ऊपर 307 की धारा लगाकर रविवार को ही कोट में पेश कर दिया जबकि अंशुमान अपहरण केस में भूपेंद्र जी ने तीन तीन बार थाने में शिकायत दर्ज करवाई किंतु पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नही की गई आज मासूम आशुमान सिंह के मां, बाप, बहन को सबको जेल भेज दिया गया और आशुमान सिंह अकेला बचा तो उसका जिम्मेदार क्या मनगवा थाना छेत्र की पुलिस प्रशासन होगी अगर उसके मां बाप बहन की अनुपस्थिति में उसके साथ किसी प्रकार की घटना घट जाती है तो इसका जिमेदार रीवा का प्रशाशन होगा की वो होगे जिन्होंने इनके मां बाप बहन के फर्जी 307 का मुकदमा दर्ज करवाया है आरोपी भूपेंद्र सिंह जी के बेटे अंशुमान सिंह ने मीडिया कर्मियों से कहा की मेरे पिता जी तथा मां बहन को खुद बड़े पापा लोगो ने मारा और फर्जी केस कर जेल भी भेज दिया अंशुमान ने कहा की आज मेरे घर बालो को बड़े पापा लोगो ने साल भर से तंग किया है पहले भी कई बार लड़ाई कर चुके है जिसकी शिकायत थाने में दर्ज है किंतु पुलिस ने एक पक्षीय कार्यवाही करते हुए मेरे परिवार को जेल भेज दिया मेरी दीदी जो की मनगवा छेत्र की एकशिलेंश टॉपर है उनकी जिंदगी खराब कर दी पुलिस की यह कार्यवाही घोर निंदनीय है इस घटना को बड़े अधिकारियों को संज्ञान में लेना बहुत आवश्यक है और एक 14 वर्षीय बालक तथा 20 वर्षीय बालिका के जिंदगी का सवाल है आइए देखते है की भपेंद्र सिंह जी के बेटे ने मीडिया से क्या बातचीत की तथा उस मासूम बच्चे का अकेलापन उसके शब्दो से किस प्रकार झलकता दिखाई दे रहा है,
धन्यवाद
देखिए रीवा जिले पंडित अभय तिवारी की खास रिपोर्ट,