क्या हम सही मायने में आजाद हैं? अगर हां तो जश्न जरूर होना चाहिए मगर मैं कैसे जश्न मनाऊं जहां भूख से बिमारी से बच्चे गरीब दम तोड़ रहें हो इंसान इंसान का दुश्मन हो गया हो जाति,धर्म,पंथ मजहब में विश्व विजयी तिरंगा बंट गया हो, जहां देश की आधी आबादी नंगी भूखी हो शिक्षा,स्वास्थ्य का व्यवसायिक और बाजारीकरण हो गया हो,अमीर और गरीब के बीच में खाई बढ़ गई हो भूख के अभाव में बाल मजदूरी बढ़ रही हो कैसे मैं जश्न मनाऊं कैसे मैं जश्न मनाऊं।। अरविंद कुमार रतूड़ी संस्थापक अध्यक्ष किंग कोबरा आर्गेनाइजेशन यूथ फोर्स, राष्ट्र निर्माण की और दो क़दम, नारी शक्ति एक सम्मान, पशु क्रूरता के खिलाफ जंग, राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कार्यकर्ता, 45 राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय संगठनों का प्रतिनिधित्व राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर,कई संवैधानिक संस्थाओं का प्रतिनिधित्व राष्ट्रीय राज्य स्तर पर।। जय हिन्द। वंदे मातरम्।।*🙏🏻🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
क्या हम सही मायने में आजाद हैं? अगर हां तो जश्न जरूर होना चाहिए मगर मैं कैसे जश्न मनाऊं जहां भूख से बिमारी से बच्चे गरीब दम तोड़ रहें हो इंसान इंसान का दुश्मन हो गया हो जाति,धर्म,पंथ मजहब में विश्व विजयी तिरंगा बंट गया हो, जहां देश की आधी आबादी नंगी भूखी हो शिक्षा,स्वास्थ्य का व्यवसायिक और बाजारीकरण हो गया हो,अमीर और गरीब के बीच में खाई बढ़ गई हो भूख के अभाव में बाल मजदूरी बढ़ रही हो कैसे मैं जश्न मनाऊं कैसे मैं जश्न मनाऊं।। अरविंद कुमार रतूड़ी संस्थापक अध्यक्ष किंग कोबरा आर्गेनाइजेशन यूथ फोर्स, राष्ट्र निर्माण की और दो क़दम, नारी शक्ति एक सम्मान, पशु क्रूरता के खिलाफ जंग, राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कार्यकर्ता, 45 राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय संगठनों का प्रतिनिधित्व राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर,कई संवैधानिक संस्थाओं का प्रतिनिधित्व राष्ट्रीय राज्य स्तर पर।। जय हिन्द। वंदे मातरम्।।*🙏🏻🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳