दिनांक 01 अप्रैल 2021 को ट्रेड यूनियनों ने श्रम कोड की प्रतियां जलाई,और संयुक्त मोर्चा ने कहा कि श्रमिकों को गुलाम बनाने की हो रही है गहरी साजिश,मजदूरों को संशोधित कानून मान्य नही।

देश के 10 श्रमिक संगठनों के मोर्चे की ओर से देश व्यापी विरोध दिवस के आह्वान पर दिनांक 01 अप्रैल 2021 को झारखण्ड के सभी औधौगिक प्रतिष्ठानों सहित कोयला खदानों,बोकारो इस्पात सहित अन्य कई जगहों में श्रम कोड की प्रतियां जलाई गई और नारे भी लगाए गए।
संयुक्त ट्रेड यूनियन मोर्चा की ओर से सीसीएल,बीसीएल,डब्ल्यू सी एल ,एन0सी0एल अन्य कंपनियों के कार्य स्थल पर केंद्र सरकार द्वारा श्रम कानून को खत्म करके श्रम कोड को लागू किये जाने के विरोध में गुरुवार को श्रम कोड की प्रतियाँ जलाई गई।मौके पर आयोजित पीट मीटिंग,सभाएं भी की गई।वक्ताओं ने कहा कि केंद्र की मोदी जी की सरकार ने श्रम कानून को खत्म करके चार कोड को लागू किया है।इस कोड के द्वारा मजदूरों को गुलाम बनाने की साजिश नही चलने दी जायेगी। इसका संयुक्त मोर्चा के द्वारा विरोध किया जायेगा। सरकार एक एक करके सभी पब्लिक सेक्टर को निजी हाथों में बेच रही है।सरकार डीजल ,पेट्रोल, गैस की कीमतों में वृद्धि कर महंगाई की आग में देश वासियों को झोकने का काम कर रही है।देशी-विदेशी पूंजीपतियों एवं औद्योगिक घरानों को फायदा पहुंचा रही है।जो भी कानून बने थे वे कानून चांदी की तस्तरी परोस कर नही मिला था,इसके पीछे मजदूरों की कुर्बानी,और बेहतर भविष्य की कल्पना थी। इस कार्यक्रम में का0 लखन लाल महतो,का0 पी0के0 पांडेय, का गणेश प्रसाद महतो, का0 जवाहर यादव ,का0मो0 फारुख, जे0सी0एम0यू0के देवेंद्र यादव,मोती केवट,रामेश्वर चौधरी,प्रशांत श्रीवास्तव,गौतम पासवान,रानू यादव एवं सैकड़ो लोग उपस्थित थे।
गणेश प्रसाद महतो,
बोकारो,,
झारखण्ड।