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कडी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया है वन्यजीव मानद सदस्य तथा सहयोगीयों ने भी आग बुझाने मे पुरा सहयोग किया

Summary

संवाददाता-काटोल / वन विभाग नागपुर के कलमेश्वर तथा कोंढाली वन परिक्षेत्र के सीमाक्षेत्र मे 03 एप्रील के मध्यरात्रि के दरमियान बाजारगांव के समिपस्थ घोरपड तथा आजू बाजू वनपरिसर में आग लगने की जानकारी नागपुर जिला वन्यजीव मानद वार्डन ऊधमसिंह यादव […]

संवाददाता-काटोल /
वन विभाग नागपुर के कलमेश्वर तथा कोंढाली वन परिक्षेत्र के सीमाक्षेत्र मे 03 एप्रील के मध्यरात्रि के दरमियान बाजारगांव के समिपस्थ घोरपड तथा आजू बाजू वनपरिसर में आग लगने की जानकारी नागपुर जिला वन्यजीव मानद वार्डन ऊधमसिंह यादव को मिलते ही उन्होंने नागपुर जिले के वन विभागीय अधिकारी (डी एफ ओ)प्रभुनाथ शुक्ला को इसकी सुचना दी। उन्होने वन परिक्षेत्र अधिकारी कलमेश्वर तथा कोंढाली को वन में आग लगने की जानकारी दी। ऊधमसिंह यादव जिनका घोरपड क्षेत्र में एडवेंचर स्पोर्ट्स नेचर है, साथ ही वन्य जीव संरक्षण मानद सदस्य भी है, उन्होन अपने सहकारीयो तथा कर्मचारियों के साथ वन विभाग द्वारा जंगल में लगी आग बुझाना शुरू किया। तब तक कलमेश्वर तथा कोंढाली वन परिक्षेत्र के वनअधिकारी तथा कर्मचारी वन में लगी आग के घटना स्थल पहुंचकर आग बुझाना शुरू किया। इस बीच तेज हवा बहने लगी तब आग और बढने लगी थी। वन कर्मचारीयों ने कडी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। तब ऊधमसिंह यादव ने
बताया की सभी

03-अप्रेल-2021 को, जंगल में तड़के सुबह, कलमेश्वर रेंज के सीमा के जंगल में बहुत धुआं ही धुंआ नजर आ रहा था। तभी घोरपड एडवेंचर नेचर मे कार्यरत सभी कर्मचारीयों को तडके सुबह जल्दी चलने के लिए कहा। तथा वन में लगी आग के स्थल पहुंचे अपने हाथ में एक कुल्हाड़ी ली और पेड़ों की हरे पत्तों वाली छोटी शाखाओं को काटकर आइडियाज के सभी सहयोगीयों की मदत से आग बुझाना शुरू किया। तब तक दोनो वनपरिक्षेत्रों के वन कर्मी यहां पहुंचे तथा
आग आगबुझाने के उपकरणों से तथा हरे पत्तों के डंगालियों के सहारे चिलचीलाती धूप तथा हवा झोंकों के बीच देर शाम तक नाॅन स्टाप आग बुझाते रहे।
आयडियाज एडवेंचर नेचर स्पोर्ट्स तथा वन विभाग के सहयोग के चलते वन कोंढाली तथा कलमेश्वर नव क्षेत्र के जंगलों के के पत्ते तथा सुखी घास फुस जल गये पर संपत्ति की बडी हानि नही हुई। इस अवरस वनकर्मीयोंके अग्नि शमन उपकरणों तथा अन्य साधनों आग बुझाने के कार्य में लगे वन अधिकारी तथा कर्मचारियों का आभार व्यक्त किया गया ।
*तेंदूपत्ता ठेकेदारों की शरारत*
इस विषय पर अधिक जानकारी लेने पर पता चला की कलमेश्वर तथा कोंढाली वन परिक्षेत्र के तेंदूपत्ता संकलन का ठेका होता है । कुछ ठेकेदार स्थानीय निवासियों के सहयोग जंगल में आग लगाने का काम करते है । जिससे तेंदू के पौधों को अधिक फुटवे आने के लिये वनों में आग लगाने का कार्य करते है । 03अप्रेल,के तडके वन में लगी आग को वनकर्मीयो तथा स्थानियों एवं वन्यजीव संरक्षण मानद सदस्य उधम सिंह के सहयोगीयों के मृत से लगी आग को देर शाम तक बुझालिया गया था । यह जानकारी वनपरिक्षेत्र अधिकारी एफ आर आजझमी (कोंढाली)तथा अर्चना नौकरकर (कलमेश्वर)द्वारा दी गयी है।

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