***वरिष्ठ अधिकारी व पदाधिकारी ओने पत्रकारों के साथ सहानुभूती समान व्यवहार करे!***

पोलीस योध्दा न्युज रिपोर्ट-दुनयाका कोई भी पत्रकार हो वह अपनी कलम से सारे दुनिया का दिल जितता है.
पत्रकार यह लोकशाही का तिसरा स्तंभ माना जाता है!
पत्रकार जनता कि बात नेटवर्किंग मिडीया के माध्यम से शासन व प्रशासन को पहुचाकर उन्हे सचेत कराती है,
विश्वरत्न डॉॅं बाबासाहेब भिमराव आंबेडकर ने भारत देशमे मतदान का अधिकार दिलाकर पूरे देश को जगाया!
डॉ.बाबासाहाब आंबेडकर ने कहा था कलम के माध्यम से पूरे देश और दुनिया मे तहलका मचा सकते हो!
पत्रकार कुछ समाचार लेने सरकारी, निमसरकारी, कार्यालय पहुचे तो वहा के कर्मचारी व अधिकारी ओने सहानुभूती पुर्वक व्यवहार करके समाचार देना चाहिए न कि बदसलुकी.
क्या यह सवाल सुलझाने के लिये शासन क्रियासिल रहेंगा?