महाराष्ट्र

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के शहादत के दिन एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन

Summary

अखिल भारतीय किसान सभ, बोकारो जिला कमिटी की ओर से तेनुघाट स्थित बिरसा चौक में(बेरमो अनुमंडल के समीप) दिनांक 30 जनवरी 2021को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के शहादत के दिन एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता का0 महेंद्र […]

अखिल भारतीय किसान सभ, बोकारो जिला कमिटी की ओर से तेनुघाट स्थित बिरसा चौक में(बेरमो अनुमंडल के समीप) दिनांक 30 जनवरी 2021को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के शहादत के दिन एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता का0 महेंद्र मुंडा,बोकारो जिला सचिव, अखिल भारतीय किसान सभा ने किया,जिसमे भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के सचिव मण्डल सदस्य का0 इफ्तेखार महमूद,अखिल भारतीय किसान सभा,झारखंडके सचिव मण्डल सदस्य का0 गणेश प्रसाद महतो, उपाध्यक्ष का0 पंचानन महतो, राजदके किसान प्रकोष्ठ के नेता श्री अरुण कुमार ने संबोधन किया।श्रद्धांजलि सभा के पूर्व राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी, धरती आबा बिरसा मुंडा ,दिल्ली में आंदोलन में शहीद हुए किसानों, देश की सीमाओं में शहीद जवानों के प्रति एक मिनट का मौन धारन कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया। वक्ताओं ने कहा कि मोदी जी की सरकार ने काला कृषि बनाकर किसानों का मौत का फरमान जारी किया है।किसान इन कानूनों को मानना नही चाहते।आजादी के बाद किसी सरकार ने खेती पर टैक्स नही लगाया था मगर मोदी जी की सरकार ने किसान की खेती पर टैक्स लगा दिया। एम एस पी खत्म नही होगी यह कहने वाले मोदी जी गैस सिलेंडर पर भी यही बात किया करते थे, आज सब्सिडी खत्म हो गई।कीमत दोगुनी हो गई। किसानों को इनके द्वारा धोखा दिया जा रहा है,जिससे बचने की जरूरत है। किसान आंदोलन को भटकाने की कोशिश ,बदनाम करने की,कमजोर करने की कोशिश जारी है। किसानों से टकराव की स्थिति बनाई जा रही है। किसान इसलिए दिल्ली में लड़ रहा है,शहीद हो रहा है,ताकि कोई भी कम्पनी चाहे वह अडाणी की हो या फिर अम्बानी की , बाबा रामदेव की ही क्यों नही हो,कीमत से पांच गुणा दाम पर अनाज न बेच सके।कृषि बिल की आड़ में किसानों की जमीनें हड़पने की साजिश है।कृषि कानूनों को अन्नदाताओं के लिए नही बल्कि इनके चुनावी फंड दाताओं के हित मे लाई है,जिसे जनता समझ गई है।झारखण्ड में किसानों की दोहरी मार पड़ी है।किसान कृषि कानून की वापसी तक आंदोलन करेंगे।
धन्यवाद ज्ञापन का0 पंचानन महतो ने किया।

गणेश प्रसाद, झारखंड

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