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BJP मंडल अध्यक्ष की अवैध खदान खदानों में क्या मामा का बुलडोजर कब चलेगा

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BJP मंडल अध्यक्ष की अवैध खदान खदानों में क्या मामा का बुलडोजर कब चलेगा   परससमानिया से विमल यादव की ग्राउंड रिपोर्ट   सतना. परसमनिया में चल रहे अवैध खनन पर पर कब होगी कार्रवाई आधा सैकड़ा से ज्यादा खनिज […]

BJP मंडल अध्यक्ष की अवैध खदान खदानों में क्या मामा का बुलडोजर कब चलेगा

 

परससमानिया से विमल यादव की ग्राउंड रिपोर्ट

 

सतना. परसमनिया में चल रहे अवैध खनन पर पर कब होगी कार्रवाई आधा सैकड़ा से ज्यादा खनिज माफिया अवैध उत्खनन में संलग्न है जमीनी ग्राउंड रिपोर्टिंग से जानकारी मिली है की परस्मानिया पठार के आसपास के सभी जंगलों में जंगल की कटाई करके पटिया पत्थर को खोदकर निकाला जाता है जिससे जंगल छेड़ होता जा रहा भाजपा सरकार अपराधियों एवं माफियाओं के खिलाफ बुलडोजर से उनकी संपत्ति नष्ट कर रही है परंतु सतना जिले की मंडल अध्यक्ष रहे पर सोनिया की विनायक यादव जैस खनिज माफियाओं पर प्रशासन का डोजर कब चलेगा जनता यह जानना चाहती एक लीज में कई खदानें संचालित कर चुका है धड़ल्ले से रात में थोड़ी घाट उतार कर गाड़ियां निकल रही प्रशासन की नजरों में अभी तक कोई कार्यवाही नहीं भई ।

 

परसमनिया में चल रहे अवैध खनन को नयाइंडिया ने प्रमुखता से उठाया था। बताया गया था कि किस तरह प्रतिबंधित क्षेत्र को खनन माफिया खोखला कर रहे हैं। इस सिंडीकेट में खनिज विभाग की भूमिका पर भी सवाल उठाए थे। इसके बाद खनिज विभाग ने दिखावे के लिए मात्र छोटी सी कार्रवाई की। शनिवार को सुबह 11 बजे उचेहरा के ग्राम भुरूहरा में अनुविभागीय अधिकारी उचेहरा हेमकरण धुर्वे, खनि अधिकारी एचपी सिंह, खनि निरीक्षक आशुतोष मिश्रा, कमल कांत परस्ते, थाना प्रभारी डीआर शर्मा एवं अन्य ने दबिश दी। वहां फर्शी पत्थर खनिज का अवैध उत्खनन करते पोकलिन मशीन मिली। साथ ही भारी मात्रा में अवैध पटिया-पत्थर भी मिला था। इस पर पोकलिन मशीन जब्त कर ली गई थी।

 

सूत्र बताते हैं कि पकड़ी गई पोकलिन भी भाजपा के एक बड़े नेता की है, जो अवैध खदान में किराए से चल रही थी।

 

खनिज विभाग पर हमला करा चुका है भाजपा मंडल अध्यक्ष, फर्जी एनओसी से ली थी खदान

जिस भाजपा मंडल अध्यक्ष ओम प्रकाश की अवैध खदान में खनिज विभाग ने कार्रवाई की है उसके कारनामे कम नहीं है। पिछले साल ग्रामीणों की शिकायत पर कार्रवाई करने गई खनिज विभाग की टीम पर उसने हमला करबाचुका है।

उसके गुर्गों ने खनिज विभाग के कर्मचारियों के मोबाइल छुड़ा लिए थे। इसके बाद विभाग ने पूरे परसमनिया की टीपी बंद कर दी थी। इसके अलावा मंडल अध्यक्ष ओमप्रकाश ने वन विभाग की फर्जी एनओसी के जरिए खदान की स्वीकृति करा ली थी। मामला सामने आने के बाद विभाग ने खदान बंद करा दी थी। उसी खदान में पटिया-पत्थर का अवैध खनन मिला।

… तो लीक हो गई सूचना

इधर, खनिज विभाग की कार्रवाई पर भी सवाल उठ रहे हैं। पसमनिया के बरगड़ी, हरदुआ, नकझिर, सखौंहा सहित अन्य गांवों में दर्जनभर से ज्यादा अवैध खदानें हैं। जहां दिनभर पटिया-पत्थर का अवैध खनन होता है। कई खदानें तो सड़क के किनारे हैं। खनन भूमि पर पटिया-पत्थर जरूर मिले। वहां के ग्रामीणों ने बताया कि खनिज विभाग ने अपने खास खनन कारोबारियों को पहले ही सूचित कर दिया दीया जाता है।

क्योंकि रात दिन रोड से लगी हुई खदानों पर खुदाई चलती रहती है क्या वन विभाग खनिज विभाग को दिखता नहीं है एक और मुख्यमंत्री महोदय बुलडोजर चलाकर मोतियों का सम्राट खत्म कर रहे हैं दूसरी ओर सत्ता पक्ष के लोगों को अभय दान दिया जाता यह कैसा न्याय है

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