सातनवरी के चनकापुर के नाले मे मिला मृत बाघिन का शव हिंगना वन क्षेत्र की घटना वनपरिक्षेत्र से लगे खेत के किसानो की वन्यजीव से बचाव के लिए सोलर कपाउड की मांग

संवाददाता/ कोंढाली/बाजारगाव-
हिंगना वनपरिक्षेत्र,के उपक्षेत्र उमरी (वाघ)के नेरी मानकर के रूप में वन क्षेत्र में वन विभाग के वनरक्षको के गश्त के दौरान २८अक्तुबर शुक्रवार को नाले में एक मृत बाघिन देखी गई।
हिंगाना वन रेंज के कर्मचारियों द्वारा शाम को गश्त के दौरान, नेरी मानकर से ०१ किमी दूर मालेगांव बुज़ुर्ग
प.ह नंबर ५१ पर राजस्व विभाग के नाले में ३ -४ वर्षे की बाघिन मृत पाई गई, खसरा नंबर १५१ पीएफ, उप-वन परिक्षेत्र उमरी (बाघ) क्षेत्र कि घटना की जानकारी वन कर्मचारीयोंने आनन-फानन में वरिष्ठ वन अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई। रात होने के कारण अगली सुबह २९ अक्तूबर शनिवार को पोस्टमार्टम करने का निर्णय लिया गया। २९ अक्तुबर के सुबह हिंगना वन परिक्षेत्र के कर्मचारियों ने एनटीसीए के दिशा-निर्देशों के अनुसार कार्रवाई की। नागपुर वन प्रभाग के उप-संरक्षक नागपुर पी.जी कोडापे, सहायक वनसंरक्षक नरेंद्र चन्देवार,आशीष निनावे, वन परिक्षेत्र अधिकारी रीना राठौड़, विजय गंगावने, सारिका वैरागड़े, और घटना स्थल पर वनकर्मी मौजूद थे।
साथ ही एनटीसीए(NTCA)के प्रतिनिधि अजिंक्य भटकर, मानद वन्यजीव संरक्षक, पीसीसीएफ (वन्यजीव) प्रतिनिधि उधम सिंह यादव मानद वन्यजीव संरक्षक की उपस्थिति में पंचनामा तैयार किया गया।
बाघीन का पोस्टमार्टम डॉ. किशोर भडांगे, डॉ. सुदर्शन काकड़े, डॉ.सुजीत कोलंगत इन पशु चिकित्सा अधिकारी द्वारा किया गया।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, यह देखा गया है कि हृदय श्वसन क्रिया रुकने से बाघिन की मौत हुई है। फॉरेंसिक के लिए सैंपल लेकर आरएफएल नागपुर भेजे गए हैं। उसके बाद दहन पंचनामा बनाया किया गया।
इसके लिए वरिष्ठ वन अधिकारी रंगनाथ नइकडे, मुख्य वन संरक्षक, नागपुर, उप वन संरक्षक, पी.जी कोडापे के मार्गदर्शन में कार्रवाई की गई और आगे की जांच आशीष निनावे, सहायक वन संरक्षक (अतिरिक्त प्रभार) द्वारा की जा रही है। नागपुर।यह जानकारी वन उपसंरक्षक,
नागपुर वन विभाग, नागपुर के अधिकारी तथा हिंगणा हिंगना वनपरिक्षेत्र अधिकारी रीना राठोड द्वारा दी गयी है.
इस घटना में मृत बाघ के मौत को लेकर सातनवरी के सरपंच विजय चौधरी ने कारनों की सघन जांच के साथ साथ स्थानिय किसानों के खेतो तक बाघ के आने के भय के वातावरण को दुर करने के लिये वनपरिक्षेत्र अधिकारी तथा वन कर्मचारीयों द्वारा नियमित रात्रि गस्त करने तथा मानव व वन्यजीव का संघर्ष न हो इसका उपाय योजना करने की मांग की है.
तथा वन परिक्षेत्र के समीप सीमाक्षेत्र से लगे खेत के स्थानीय किसानों को वन्यजीव से सुरक्षा के लिए वन विभाग की सोलर कंपौंड योजना द्वारा कपाउड लगाने की मांग राष्ट्रवादी काँग्रेस विद्यार्थी विभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष आकाश गजबे ने मांग की है.