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महाराष्ट्र हेडलाइन

रेमडीसीवीर इंजेक्शन काळाबाजार मे किसके है हात.? रंगेहाथ मिले तो…हात ही तोड देंगे.. .. प्रा. एम. आनंद.

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मुंबई संवाददाता चक्रधर मेश्राम दि. 2 मई. २०२१ जिन – जिन व्यक्तियो के रिलेटिव या कोई सगा-संबधी जिन्हें कोरोना हुआ है और प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज हेतु एड्मिट है। ऐसे इसमे डॉक्टर आपको बाहर से रेमडीसीवीर इंजेक्शन लाने के लिए […]

मुंबई संवाददाता चक्रधर मेश्राम दि. 2 मई. २०२१
जिन – जिन व्यक्तियो के रिलेटिव या कोई सगा-संबधी जिन्हें कोरोना हुआ है और प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज हेतु एड्मिट है। ऐसे इसमे डॉक्टर आपको बाहर से रेमडीसीवीर इंजेक्शन लाने के लिए बोल रहा है तो आप बिल्कुल भी ना डरिये। उसी समय.. पर समझ जाईये की डॉक्टर आपसे धोकाधड़ी कर रहा है, क्योकि डॉक्टर को भी मालूम है कि बाहर मार्केट में रेमडीसीवीर इंजेक्शन की कालाबाजारी हो रही है और आज के डेट में 30000 से 35000 हजार में बिक रही है। इसी कालाबाजारी को रोखने के लिए सरकार ने आपके कलेक्टर के जरिये इंजेक्शन का सप्लाई किया जा रहा है। वो मैं डिटेल में बता रहा हूं। जिस अस्पताल में कोरोना पेशेंट एडमिट है उस अस्पताल से रेमडीसीवीर इंजेक्शन का डिमांड कलेक्टर ऑफिस एक दिन पहले ही भेजा जाता है, डॉक्टर ने जितने इंजेक्शन का डिमांड किया उतने इंजेक्शन कलेक्टर ऑफिस तथा ड्रग एंड फ़ूड ऑफिस से जो दवाई का होलसेल डीलर है उसे इशू किया जाता है। और साथमे पूरे हॉस्पिटल का नाम, और कितने इंजेक्शन कौन कौन से हॉस्पिटल को देना है ये सब की जानकारी वाला लेटर भी दिया जाता है। साथ ही साथ अपने जिले के कलेक्टर आफिस के वेबसाइट पर भी उपरोक्त जानकारी वाला लेटर अपलोड किया जाता है। आप कलेक्टर ऑफिस के वेबसाइट पर जाके डाउनलोड कर शकते है। फिर डॉक्टर जो अस्पताल में पेशंट एडमिट है उनके नाम के इंजेक्शन लाने के लिए होलसेल डीलर से वो रेमडीसीवीर इंजेक्शन मंगवाता है। उसके बाद वो सभी इंजेक्शन अपने अस्पताल में स्टोरेज करके रखता है और जरूरत के हिसाब से पेशंट को लगवाता है। हर दिन डॉक्टर कितने पेशंट को रेमडीसीवीर इंजेक्शन की जरूरत है उतने पेशंट के नाम से कलेक्टर ऑफिस को रेमडीसीवीर इंजेक्शन की डिमांड करता है।
रेमडीसीवीर इंजेक्शन रोज के रोज याने हर दिन डॉक्टरों द्वारा डिमांड करने पर कलेक्टर ऑफिस द्वारा आपके अस्पतालों को हर दिन उपलब्ध कराई जाती है। और उसकी जानकारी कलेक्टर अपने ऑफिस के वेबसाइट पर भी डालता है। क्योंकि इसकी जानकारी सभी तमाम लोगो को पता रहे।
जो भी डॉक्टर आपको बाहर मार्केट से इंजेक्शन लाने के लिए बोल रहा है, उसे बोलिये की हमारे पेशंट का इंजेक्शन ऑलरेडी कलेक्टर ने आपको सप्लाई किया है वो इंजेक्शन कहा गया।
आप रेमडीसीवीर इंजेक्शन के लिये इधर उधर ना भटकिये क्योकि आपका इंजेक्शन उसी अस्पताल से मिलेंगा। अगर आपके अस्पताल से इंजेक्शन नही मिलता तो इसकी शिकायत अपने कलेक्टर से जरूर कीजिये।
आप लोग रोज न्यूज़ या अखबारों में रोज देख रहे की, डॉक्टर या वार्ड बॉय द्वारा रेमडीसीवीर इंजेक्शन की की काला बाजारी करते समय पकड़े गए। इसीलिये आप ये इंफॉर्मेशन सभी को बताए। ध्यान रखे- सभी जिल्हे के कलेक्टर रेमडीसीवीर इंजेक्शन संबधी हर दिन की रिपोर्ट अपने ऑफिस के वेबसाइट पर डालते है। उदाहरण के तौर पर आपको नागपुर जिल्हे के कलेक्टर ऑफिस की लिंक है ।
nagpur.gov.in/notice/allotment-of-remdesivir-injections-to-covid-hospitals/

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