जाम नदी के किनारे बसे गांवों को चेतावनी भारी बारिश से किसानों की खड़ी फसल बर्बाद फसलों के क्षति के पंचनामा के निर्देश
जाम नदी के किनारे बसे गांवों को चेतावनी
भारी बारिश से किसानों की खड़ी फसल बर्बाद
फसलों के क्षति के पंचनामा के निर्देश
कोंढाली-संवाददाता
पिछले 15 दिनों से लगातार हो रही बारिश ने 21 और 22 जुलाई को कुछ राहत दी। हालांकि 23 जुलाई की दोपहर दो बजे के बाद भारी बारिश के कारण कोंढाली क्षेत्र से बहने वाली जाम नदी में एक बार फिर भारी बाढ़ आ गई। इससे कोंढाली तथा दुधला गांवों के बीच से बहने वाली जाम नदी के किनारे कुछ घरों में बाढ़ का पानी घुस गया था। कोंढाली-दोडकी-घुबडी मार्ग पर जामनादी पुल पर बाढ़ के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में स्कूल बस सेवाएं कई घंटे तक ठप रही. लगातार हो रही भारी बारिश से जाम नदी के पास धुरखेड़ा, मसोद, जटलापुर, दोडकी, पंजरा काटे, दुधला, कोंढाली और धोतीवाड़ा गांवों को कोंढाली क्षेत्र के राजस्व मंडल अधिकारी एस के साददकर, ग्राम अधिकारी अनील दानेदार, कुणाल पिंजदुरकर राजेंद्र सरोदे, पोलीस पाटील जानेश्वर रेवतकर तथा संबधित गांव के ग्राम अधिकारी तथा पुलिस पाटील द्वार गांव गांव जाकर अलर्ट कर (सावधानता का ईशारा)दिया गया है। साथ ही कोंढाली तथा दुधला ग्राम के बीचोबीच से प्रवाहीत जाम नदी के किनारे अतिक्रमणधारीयों को पुलिस के सहयोग से उन्हें यहां विश्राम भवन में अस्थाई आश्रय दिया गया है
भारी बारिश से फसल को नुकसान
सर्वेक्षण निर्देश
पिछले 15 दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश के चलते कोंढाली क्षेत्र सहित संपूर्ण तहसील के किसानों के नदी नालों के किनारे के खेतों के साथ-साथ किसानों के खेतों में बारिश का पानी जमा है। फलस्वरूप खरीप सीजन की लगभग सभी फसलों और बागवानी फसलों में पानी भर गया है। इसके लिये काटोल के उपविभागीय राजस्व विभाग के उपविभागीय अधिकारी श्रीकांत उंबारकर, तहसीलदार अजय चरडे द्वारा राजस्व, ग्राम विकास एवं कृषि विभाग के अधिकारियों को अतिवृष्टी से क्षतिग्रस्त फसलों के नुकसान भरपाई के लिए नुकसान का सर्वेक्षण करने का निर्देश दिया है।