कोंढाली के काष्ठागार को सुरक्षा दिवार की मांग
संवाददाता-कोंढाली /दुर्गाप्रसाद पांडे
नागपुर वन विभाग के कोंढाली वनपरिक्षेत्र के तहत कोंढाली- वर्धा राज्य राजमार्ग पर शिरमी काष्ठागार ( लकडा डिपो) है।यहां के काष्ठागार मे वन विभाग तथा आदिवासी सेवा सहकारी वन सोसायटी के तहत वन वृक्षो की कटाई के लकडे रखे जाते है. यहां सागवन के साथ साथ शेड्यूल वन तथा अन्य लकडा भी यहां जमा कर यहां से वन विभाग के नियमां नुसार शासन के आदेशों तहत बडे पैमाने पर लकडा निलामी की प्रक्रिया होती है.
यहां प्रतीवर्ष 80करोड से अधिक के लकडा निलामी होती है. शिरमी काष्ठागार में 16 हे.आर सेअधिक जगह पर सागौन तथा अन्य सही प्रकार के लकडा यहां रखा जाता है. करडो की वनसंपत्ती के यह राज मार्ग पर बीना बाड़ (कंपौड़) अथवा बीना सुरक्षा दिवार रखा जाता है. वन विभाग द्वारा यहा वन रक्षक तथा वन मजदूरों के माध्यम से 24×7 नियमित सुरक्षा रखवाली की जाती है. पर सुरक्षा के गस्ती के समय सुरक्षक को निवास तथा पहरे के लिये काष्ठागार के सुरक्षा नियमों के नियमांनुसार चारो ओर सुरक्षा टावर तथा सुरक्षा पोस्ट तथा सुरक्षा कंपौड तार अथवा पक्की दिवार के माध्यम से कंपौड बनाने की मांग यहा के सरपंच केशवराव धुर्वे तथा उपसरपंच स्वप्निल व्यास द्वारा की गयी है.
राज्य प्रशासन तथा वन मंत्री कोंढाली के शिरमी काष्ठागार को भेंट देकर खुद निरिक्षण कर तथा उचित शासन आदेश देकर सुरक्षा दिवार अथवा कंपौंड निर्माण के आदेश दें यह मांग भी संबधितों द्वारा कि गयी है.
इस विषय पर वन विभाग के वन परिक्षेत्र अधिकारी एफ आर आजमी तथा ए सी एफ प्र. पालवे से पुंछने पर बताया की यहां के शिरमी काष्ठागार के सुरक्षा कंपौड के बारे में प्रस्ताव भेजा गया है.
बताया जाता है की यहां के सुरक्षा कंपौड की मांग बहूत पुरानी है पर अब तक यहां के कंपौड के लिये भेजा गया प्रस्ताव को मंजूरी नही मिली है. काष्ठागार के नियमावली नुसार कंपौंड बनाये जाने की मांग दोहराई है.