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कोरोना वायरस संक्रमण के कोंढाली में डेंगू के मरीज ग्रा प द्वारा धूलीकण (फाॅगिंग)शुरू

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कोंढाली संवाददाता :-दुर्गाप्रसाद पांडे कोरोना वायरस संक्रमण के बीच कोंढाली में मच्छरजनित बीमारियों मसलन, चिकनगुनिया, डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों के फैलने का भी खतरा मंडरा रहा है। एक माह के दौरान ही डेंगू के चार मरीज सामने आये, वहीं […]

कोंढाली संवाददाता :-दुर्गाप्रसाद पांडे
कोरोना वायरस संक्रमण के बीच कोंढाली में मच्छरजनित बीमारियों मसलन, चिकनगुनिया, डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों के फैलने का भी खतरा मंडरा रहा है। एक माह के दौरान ही डेंगू के चार मरीज सामने आये, वहीं मलेरिया का कोई मरीज सामने नहीं आया है।
*खतरनाक है डेंगू की बीमारी*

मच्छरजनित बीमारियों में डेंगू, और मलेरिया की चपेट में बच्चे बहुत ही आसानी से आ जाते हैं। 
डेंगू दरअसल एक मच्छर है, जो बरसात के मौसम में तेजी से फैलता है। डाक्टरों ने बताया है कि! अगर किसी को भी तेज़ बुखार और डेंगू से जुड़े लक्षण दिखाए देते हैं तो सबसे पहले खून की जांच कराएं। 
साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। अपने घर के आसपास पानी इकट्ठा नहीं होने दें। डेंगू से बचाव का सबसे आसान तरीका यही है कि लोग डेंगू की रोकथाम करें और इसे फैलने से बचाएं। 
*डेंगू बुखार के लक्षण*
मांसपेशियों, जोड़ों, सर और पूरे शरीर में दर्द होना। शारीरिक कमज़ोरी आना, भूख न लगना डेंगू के दौरान पूरे शरीर पर रैशेज़ भी हो सकते हैं।डेंगू के दौरान तेज़ बुखार 3-4 दिनों तक बना रहता है, इसके साथ कई बार पेट दर्द की शिकायत भी होती है और उल्टियां भी होने लगती है। तेज़ बुखार आना और ठंड लगना कभी कभार ब्लड प्रेशर का सामान्य से बेहद ही कम हो जाना साथ ही
डेंगू का वायरस मच्छर के जरिये फैलता है।स्वस्थ व्यक्ति को डेंगू संक्रमित कर सकता है। कोरोना वायरस संक्रमण की तरह डेंगू भी अपना शिकार ऐसे लोगों को आसानी से बना लेता है जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। डेंगू का मच्छर दिन के समय काटता है और इन मच्छरों को एडीज़ इजिप्टी कहते हैं। डेंगू बुखार किसी भी उम्र के स्वस्थ व्यक्ति या बच्चे को हो सकता है। डेंगू की रोकथाम का सबसे पहला और जरूरी कदम यही है कि मच्छरों को पैदा होने से रोकें। स्वास्थ विभाग द्वारा जल निकासी नालीयों मे फवारनी क की जाय, पर कोरोना के टेस्टिंग, ट्रेसींग, तथा टीकाकरन के करते आरोग्यसेवा कर्मचारीयों की कमी के चलते नालीयों में फवारनी रुकी है, फिर भी अपने अपने घरों के आसपास जल जमाव न होने दें। कूलर के पानी को हर हफ़्ते बदलें। गमले और छत पर पड़े डिब्बे, टायरों और पुराने बर्तनों में पानी जमा न होने दें। इस तरह आप मच्छरों को पैदा होने से रोक सकते हैं। यह जानकारी तहसील आरोग्य अधिकारी डाक्टर शशांक व्यव्हारे आर एच के डाक्टर सुधीर वाघमारे, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्वास्थ अधिकारी सुनील येरमल, डाक्टर जयश्री वाळके, डाॅअश्विनी दातीर डाक्टर सुहास मोरे, द्वारा दी गयी है!
*ग्रा प कोंढाली द्वारा धूलीकण प्रारंभ*
विगत दिनो कोंढाली में डेंगू के मरीज मिलते ही ग्रा प द्वारा फॅगींग मशिन द्वारा नगर में धुलिकरन कि प्रक्रीया प्रारंभ की गयी है यह जानकारी कोंढाली के सरपंच केशवराव धुर्वे उपसरपंच स्वप्निल व्यास तथा ग्राम सेवक ऊमप द्वारा दी गयी है ।

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