तामिळनाडू का विधानसभा ब्राह्मण मुक्त हो चुका है. डिएमके की हुई शानदार जित!
मुंबई संवाददाता चक्रधर मेश्राम दि. 9.मई 2021
तमिलनाडु में DMK की शानदार जीत हुई है , स्टेलिन मुख्यमंत्री का शपथ ले चुके है , स्टेलीन OBC समुदाय से आते है , स्टेलीन के गुरु M. करुणानिधि थे , M. करुणानिधि पेरियार के भक्त थे , इस कारण करुणानिधि ब्राह्मणों के कट्टर विरोधी थे और स्टेलीन भी ब्राह्मणों के कट्टर विरोधी है…..
स्टेलीन के मंत्रिमंडल में कुल 33 मंत्री है , इसमें मजेदार बात यह है कि स्टेलीन के मंत्रिमंडल में एक भी ब्राह्मण नहीं है , तमिलनाडु का विधानसभा पूरी तरह ब्राह्मण मुक्त हो चुका है…..
देश के 65%-से-70% से भी अधिक OBC और SC समाज के लोग , पढाई-लिखाई छोड़ सारे फालतू के काम करते है…..
.बजरंग दल में है, विश्व हिंदू परिषद में है, शिव सेना में है, गौरक्षा दल में है, RSS में है ;हिन्दू युवा वाहिनी में है, श्री राम सेना में है, गायत्री परिवार में है, आर्य समाज में है,स्वाध्याय परिवार में है;
करणी सेना में है ,
.शिव चर्चा संगठन ,
घूम-घूम कर चंदा काटना ,
यह पूजा और वह पूजा में पंडाल तैयार करना , फिर उस पंडाल को दिन-रात जोगना ,
और जितने भी देश मे धार्मिक संगठन है सभी में व्यस्त रहते है…..
इन सारी धार्मिक , पाखंडी कार्य-कर्मो का नतीजा यह है कि SC और OBC के लोग ,
न्यायालयों में जज नहीं है ,.सरकारी वकील नहीं है ,.यूनिवर्सिटीज में प्रोफेसर लेक्चरर नहीं है ,.शासन में सचिव नहीं है ,आईएएस आईपीएस ऑफिसर नहीं है , .डिप्टी कलेक्टर डीएसपी नहीं है ,बड़ी बड़ी कंपनियों में CMD डायरेक्टर नहीं है , जनसंख्या के अनुपात में मंत्री , विधायक , सांसद नहीं है ,
.मीडिया में मालिक , संपादक , ब्यूरोचीफ नहीं है , भारत मे एक भी बड़ा बिजनेस मैन एक या दो SC समुदाय से तो है मगर OBC समुदाय का एक भी नहीं है…..
इतना होने के बाद भी SC और OBC समाज की आंखें नहीं खुल रही है , जिसका नतीजा यह है कि
ब्राह्मण कॉलेजियम सिस्टम से जज बन जाते है , ब्राह्मण-सवर्ण पीछे के दरवाजे से चुप-चाप IAS बना दिए जाते है ,. बाकी नौकरियां ठेके या संविदा पर होंगी ,बेहतर शिक्षा इतनी महंगी कि कोई ईमानदार व्यक्ति वहां अपने बच्चे नहीं पढ़ा पायेगा और सरकारी शिक्षा को साजिश के तहत बर्बाद किया जा रहा है ,
सरकारी क्षेत्र को धीरे धीरे खत्म किया जा रहा है, जहाँ आरक्षण का लाभ मिलता है , आरक्षण तो रहेगा पर सरकारी क्षेत्र ही नहीं रहेगा तो आरक्षण अपने आप ही ख़त्म हो जायेगा और उसे ख़त्म करने का दोषी भी कोई नही होगा…SC, ST, OBC को प्रतिनिधित्वविहीन किया जाएगा और उन्हें जातिगत पेशों में लौटने के लिए मज़बूर किया जाएगा। और यह नौबत इसलिए आई क्योंकि SC ST OBC ने महज़ पेट भरने के लिए नौकरियां की।
अब भी अंतिम अवसर है कि इन सबकी ज़िम्मेदार रही मनुवादियों की पार्टियों को सबक सिखाने के लिए एकजुट होकर सामाजिक-आर्थिक और राजनीतिक क्रांति के लिए कमर कस लो और आंदोलन का रास्ता अपनाओ , तभी सदियों से चली आ रही वर्ण व्यवस्था से निजात मिलेगी…तमिलनाडु के विधानसभा को ब्राह्मणों से मुक्त कराने के लिए पेरियार और करुणानिधि के भक्त स्टेलीन को बहुत-बहुत बधाई और सम्मान….. !