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काटोल तहसील मराठी पत्रकार संघ का एक दिवसीय पत्रकार कार्यशाला संपन्न

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    पत्रकारिता पर हमला लोकतंत्र पर हमले जैसा –   चरणसिंह ठाकुर काटोल तहसील मराठी पत्रकार संघ द्वारा एकदिवसीय कार्यशाला संपन्न   संवाददाता-काटोल/कोंढाली काटोल तालुका मराठी पत्रकार संघ के माध्यम से एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन 02फरवरी को संपन्न […]

 

 

पत्रकारिता पर हमला लोकतंत्र पर हमले जैसा –

 

चरणसिंह ठाकुर

काटोल तहसील मराठी पत्रकार संघ द्वारा एकदिवसीय कार्यशाला संपन्न

 

संवाददाता-काटोल/कोंढाली

काटोल तालुका मराठी पत्रकार संघ के माध्यम से एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन 02फरवरी को संपन्न हुया ।

वर्तमान दौर में पत्रकारिता का स्वरूप भी बदलता जा रहा है, पत्रकारिता काफी त्वरित हो गई है। ऐसे में पत्रकारिता के समक्ष चुनौतियां का स्वरूप भी बदल गया है। नागपुर जिले के काटोल तहसील केश्रीक्षेत्र पारडसिंगा के अनुसया माता संस्थान के समिपस्थ वडविहरा में पत्रकारिता हितों को लेकर एक दिवसीय पत्रकार कार्यशाला का आयोजन किया गयाथा। इस मौके पर वर्तमान पत्रकारिता के समक्ष उभरती चुनौतियों पर व्याख्यान कार्यक्रम आयोजित किया गया। काटोल तहसील कृषी उपज मंडी के अध्यक्ष चरणसिंह ठाकुर के अध्यक्षता में काटोल तहसील मराठी पत्रकार संघ के अध्यक्ष राजेंद्र खामकर, कार्याध्यक्ष प्रशांत पवार तथा सचिव निलकंठराव गजभिये के प्रमुखता में 02फरवरी को काटोल तहसील पत्रकारों के लिये यह आयोजन किया गया था ।इस अवसर पर काटोल नगर परिषद के शिक्षण सभापती देविदास कठाणे, कृषी उपज मंडी के संचालक कृषी मित्र दिनेश ठाकरे, ज्येष्ठ पत्रकार दुर्गाप्रसाद पांडे, काटोल तहसील मराठी पत्रकार संघ के पुर्व अध्यक्ष गण- ब्रजेश तिवारी, अनिल सोनक, प्रशांत बारई, प्रशांत पाचपोर, आशिष मक्कड, सौरभ ढोरे,तथा काटोल तहसील पत्रकार संघ के अध्यक्ष रमेश चव्हाण,उपाध्यक्ष गणेश लवणकर, सचिव प्रेमदास देशभ्रतार, द्वारा पत्रकारीता के नियम, पत्रकारीता की विषेतायें,पत्रकारीता का स्वरूप, वर्तमान समय पर पत्रकारीता के बदलते स्वरुप, जैसे विषयों पर एक दिवसीय कार्यशाला में मार्गदर्शन किया गया ।इस

कार्यशाला संबोधन के अवसर पर काटोल कृषी उत्पन्न बाजार समिती के अध्यक्ष चरणसिंह ठाकुर के अपने व्याख्यान में बताया कि पत्रकारिता को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहा गया है ऐसे में स्वस्थ लोकतंत्र के लिए निष्पक्ष पत्रकारिता होना बहुत जरूरी है। अगर पत्रकारिता पर हमला होता है। तो यह लोकतंत्र पर हमले जैसा ही है। ऐसे में पत्रकारिता के लिए कानूनी संरक्षण भी प्राप्त होना चाहिए। इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार अनिल सोनक ने पत्रकारिता के महत्व और दायित्व पर विस्तृत व्याख्यान प्रस्तुत किया ।वहीं क्षेत्र के कई पत्रकार इसमें

जिला प्रतिनिधी पवन तिवारी, पुर्व सचीव अब्दुल खालीक शेख, हर्षेंदू उपाध्याय, कोमल कुमेरिया, संजय आगरकर, महेंद्र धर्मे तथा तहसील के संवाददाता गणों के उपस्थिती में यह आयोजन संपन्न हुया ।काटोल नगर परिषद के पदाधिकारी राजू चरडे किशोर गढवे, द्वारा भी आयोजन में उपस्थिती दर्शाई, कार्यक्रम की प्रस्तावना तहसील अध्यक्ष राजेंद्र खामकर, संचलन विजय महाजन तथा आभार सौरभ ढोरे द्वारा व्यक्त किया गया ।

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