*कोंढाली को अप्पर तहसील का दर्जा देने की मांग!* *कोंढाली क्षेत्र के विकास के लिये सरकार से है मांग!!* *गृहमंत्री अनिल देशमुख ने लिया सज्ञान*
संवाददाता-कोंढाली
पहाडी -आदिवासी बाहूल क्षेत्र की जनता को मात्र राजस्व विभाग के प्रमाण पत्र तथा अन्य कार्यों के लिये 35-40 कि .मी .दुरी के तहसील कार्यालय काटोल जाने मे ग्रामीण आदिवासी-जाती-जनजाती-तथा-भटक्या(घुमांतू)जाती के जनता का 40कि.मी दुर के तहसील कार्यालय जाने के बाद भी अधिकांस समय काम नही हो पाने से संबधितों के श्रम-धन-समय-बचाये जाने के लिये कोंढाली को तहसील का दर्जा दिये जाने की मांग बहुत पुरानी है.
राज्य के ग्रामीण आंचल के जाती-जन-जाती तथा घूमांतु जनता के विकास तथा राज्यातंरगत छोटी छोटी तहसीलों का निर्माण काम शासन के कार्योंको गतिमान बनाने के लिये महाराष्ट्र के राज भवन से 1991-1992 वर्ष में एक अनुच्छेद तथा निर्देशांक क समिती का गठन किया गया था.इस समिती द्वारा नये तहसीलों का निर्माण तथा बडी तहसीलों का विभाजन का प्रस्ताव बनाना का कार्य किये जाने थे.
इस समिती के अहवालानुसार परिच्छेद 369(2)के अनुसार नागपुर जिले के देवलापार तथा कोंढाली को तहसील का दर्जा दिये जाने की शिफारिश भी की गयी थी, यह जानकारी मिली है.
महाराष्ट्र शासन द्वारा ग्रामीण आदिवासी क्षेत्र के लिये1980में”माड़ा”योजना के तहत काटोल तहसील के कोंढाली क्षेत्र के 30-35गांव का माड़ा योजना मे सम्मिलीत किया था. जिसमे आदिवासी के उत्थान के लिये विकास किया जाना तथा इन क्षेत्रों मे तहसीका.निर्माण के कार्यपर जोर देना था.
कोंढाली क्षेत्र सुधार समीती ने दिया था ज्ञापण!
गृहमंत्री अनिलबाबू देशमुख ने लिया सज्ञान
यहां के आदिवासी बाहूल गांवो के विकास के लिये कोंढाली को तहसील का दर्जा देनें की मांग कोंढाली क्षेत्र सुधार समिती के मुख्य संघटक दुर्गाप्रसाद पांडे द्वारा शासन से किये जाने की जानकार प्राप्त हुयी है.
बताया जाता है की कोंढाली के तहसील निर्मिती को लेकर काटोल उपविभागिय कार्यालय द्वारा प्रस्तावित गांव, राजस्व गांव, क्षेत्रफल,तथा वनसंपदा क्षेत्र की जानकारी भी एकत्रित कर सरकार को भेजे जाने की जानकारी है.
इस ज्ञापन का गृहमंत्री अनिल देशमुख ने संज्ञान लिया तथा संबंधितों को कोंढाली के लिये अप्पर तहसीलदार कार्यालय के प्रप्तावीत करने के संबंधीत अधिकारीयों को निर्देश देये है।
कोंढाली को तहसील बनानेके लिये जो की आदिवासी बाहुल क्षेत्र मे आती है जिसमे कोंढाली थाना क्षेत्र के कुल 22गांव अ वर्ग ,59गांव ब वर्ग तथा 13गांव क वर्ग में आते है.
साथही जिले के नागपुर(ग्रा),हिंगणा तथा वर्धा जिले के कारंजा(घड़गे) तहसील के जो गांव करंजा से 30कि .मी के दुरी पर है पर कोंढाली से मात्र05से15कि.मी परहै उनका प्रस्तावीत कोंढाली तहसील में सम्मिलीत करने का विचार किया गया तो और आदिवासी गांव इस तहसील में आ सकती है. जिसमें एक तहसीलदार दो नायब तहसीलदार चार म॔ड़ल अधिकारी, के माध्यम से कोंढाली तथा समिपस्थ गांव के विकास किया जा सकता है.
कोंढाली के मंजुर नायब तहसीलदार की पुर्ण तैनाती की मांग
कोंढाली को तहसील बनाने के लिये भेजे अहवाल पर कोंढाली क्षेत्र के पुर्व विधायक तथा पुर्व मंत्री रमेश बंग के प्रयासों से कोंढाली के लिये नायब तहसीलदार के कार्यालय की सुरूवात की गयी थी, तब यहां सोमवार तथा बुधवार को काटोल तहसील से कोंढाली सर्कल के नाम से मंजुर
नायब तहसीलदार यहां आते थे. पर कुछ समय के बाद तहसील कार्यालयों में नायब तहसीलदारों की कमी के चलते कोंढाली के नाम पर मंजुर नायब तहसीलदार भी नही आये ,ना अभी आते .इस विषय पर पुर्व मंत्री अनील देशमुख ने अपने कार्यकाल मे जिलाधिकारी से इस विषय पर चर्चा करने पर नायब तहसीलदार को पुन्हः सोमवार तथा बुधवार को कोंढाली भेजने की सुचना दी गयी थी.
यहां के पुर्व विधायक डाॅ आशिष देशमुख है.उन्हे भी इस बात की जानकारी दो गयी थी तब स्थानिय जनप्रतीनिधीयों के साथ पुर्व जिलाधिकारी कृष्णा के साथ चर्चा कर कोंढाली को दो दिन नायब तहसीलदार भेजने की चर्चा हुयी इस बीच जिलाधिकारी कृष्णा का तबादला हो गया और फिर यह माग पेंडिग पड गयी.
पुर्ण समय नायब तहसीलदार की नियुक्ती के आदेश की मांग!
कोंढाली को तहसील का दर्जा देने की मांग पुर्ण होने तक कोंढाली सर्कल के लिये मंजुर नायब तहसीलदार के पद के लिये राजस्व विभाग के मुंबई कार्यालय से मंजुरी आदेश दिये जाने पश्चातही यहां पुर्ण समय नायब तहसीलदार अपनी पुर्ण समय सेवा दे पायेंगे अताः इस विषय को विधायक तथा गृह मंत्रीअनिल देशमुख आगामी बजट सत्र मे राजस्व विभाग के वरिष्ठ अधिकारी तथा मंत्री से म॔त्रणा कर यह प्रश्न हल कराने का प्रयास करें ।यह अपेक्षा स्थानिय जनता तथा कोंढाली क्षेत्र सुधार समिती के सुभाष पाटील ठवले, प्रवीण(बंडू)गोड़बोले, सरपंच केशवराव धुर्वे, उपसरपंच स्वप्निल व्यास पुर्व जि.प. सदस्य रामदास मराकाम, राष्ट्रपाल पाटील,शेख नजीर भाई, संजय राऊत, याकूब पठाण,नितीन ठवले, प्रशांत खंते, किशोर रेवतकर, आकाश गजबे ,कमलेश गुप्ता,अरूण खोड़नकर, नरेश राऊत, नरेश सिंह सेंगर,फिरोज पठाण,नितीन देवतले,जिज्ञेश पटेल, विवेक चिचखेडे, सतीश घाडगे, अशपाक काझी, शेख ईकबाल, रोषण मेश्राम, सुशील गुप्ता, शितल नारनवरे, गोविंद पांडे,साहेब राव शेंडे, रमेश सुतोने,रोहित गोलाईत, हरीष राठोड़, प्रकाश बारंगे, नागोराव परतेती,एम त्रिपाठी, मुन्नासिंह शेंगर,टोणु जुनघरे, मनोहर वर्मा, भदुजी चव्हान,कवडू चव्हान गणेश बोंदरे,गुनवंत जिचकार ,मंगेश डोंगरे, हरिदास चोपडे, वासुदेव कडू, नुर महंमद शेख , पवन तिवारी, खतीब शेख पांडुरंग गिरडकर, गौरव ठवले, एस, , सागर राठी,महादेव मंजूलकर, आदी द्वारा मांग की गयी है,.
[ नियम तथा आदेशों का होगा पालन
कोंढाली तहसील का निर्माण के विषय पर काटोल के एस डी ओ श्रीकांत उंम्बरकर से पुंछने पर बताया की यह प्रकरण शासन के निर्णय पर आधारित है.जो आदेश आयेंगे उसका पालन किया जायेगा,इसी प्रकार फिल हाल कोंढाली नायब तहसीलदार को कोंढाली में एक दिवसीय नायब तहसीलदार कार्यालय शुरू किया गया है,तथा प्रत्येक बुधवार को यह कार्यालय शुरू रहता है।