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*आकेवाडा (रिंगणाबोडी)शिवार में सैकड़ों तोते मृत?* *मृत तोते के मृत्यु का कारण अस्पष्ट*

Summary

मृत तोते के मृत्यु का कारण अस्पष्ट कोंढाली संवाददाता- काटोल तहसील के प ह क्रमांक (67)के रिंगणाबोडी ग्राम के समिपस्थ आकेवाडा शिवार में रिंगणाबोडी से चाकडोह तथा आगे जाने वाली नदी)परिसर के दिलीप तिडके नामक किसान के खेत के समिपस्थ […]

मृत तोते के मृत्यु का कारण अस्पष्ट
कोंढाली संवाददाता-
काटोल तहसील के प ह क्रमांक (67)के रिंगणाबोडी ग्राम के समिपस्थ आकेवाडा शिवार में रिंगणाबोडी से चाकडोह तथा आगे जाने वाली नदी)परिसर के दिलीप तिडके नामक किसान के खेत के समिपस्थ सर्हे क्र 145 में आकेवाडा शिवार मे 09जनवरी के सुबह सैकडों तोते मृत पाये जाने की जानकारी रिंगणाबोडी ग्राम के पुलीस पटेल संजय नागपुरे को मिली । उन्होने यह जानकारी कोंढाली सर्कल के नायाब तहसीलदार निलेश कदम तथा कोंढाली के थानेदार को दी। घटना को गंभीरता से लेते हुये नायाब तहसीलदार निलेश कदम तथा थानेदार विश्वास फुलरवार ने यह जानकारी कोंढाली के पशुवैद्यकिय अधिकारी डाक्टर पुंड को देकर मृत तोते के मृत्यु की जांच करने के बारे में कहा गया है।
इस घटना में मृत तोते कहीं बर्डफ्लू के कारन तो मृत्यु नही हुई? और अन्य विषैले अनाज के दाना चुगने से मृत्यु नही हुई यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा ।
बताया जाता है की आज से चार पांच दिन पहले भी इसी प्राकर तोते मृत पाये गये थे पर इस ओर किसी ने ध्यान नही दिया। 09जनवरी को यह सुचना पुलीस पटेल संजय नागपुरे को मिलते ही उन्होंने सभी संबधित अधीकारीयों को सुचना दी है।
इस घटना की जानकारी जि प सदस्य सलिल देशमुख, पं सदस्य संजय डांगोरे को मिलते ही प्रशासन के राजस्व, पशुसंवर्धन, वन, विभाग के अधिकारियों को घटना स्थल पर भेजकर तोतों के मृत्यु की जांच के निर्देश दिये गये हैं ।इस विषय पर कोंढाली के पशुवैद्यकिय अधिकारी डाॅ तुषार पुंड तथा सहयोगी सुधीर कापसीकर घटनास्थल पहूंचे वहां मृत तोतों की अवस्था देख जिला परिषद के वरिष्ठ अधिकारीयों को जानकारी देकर
जिला स्तरीय जांच दल बुलाया गया। नागपुर से आये जांच दल में नागपुर पशुसंवर्धन उप आयुक्त डा मंजुषा पुंडलिक, जिला पशुसंवर्धन अधिकारी डाक्टर युवराज केने, डाक्टर उमेश हिरूडकर द्वारा जांच की तथा ननूने जमा किये गये । जिसमें डाक्टर जिला पशुसंवर्धन अधिकारी डाक्टर युवराज केने ने बताया की इस घटना में मृत तोते के जांच के नमूने के जांच के लिये नागपुर के प्रादेशिक पक्षी चिकित्सा प्रयोगशाला में रखकर वहां से भोपाल के प्रयोगशाला में भेजा जायेगा। वहां से जांच रिपोर्ट आने के बाद ही किसी निष्कर्ष पहूंचां जा सकता है ।

दुर्गा प्रसाद पांडे
तहसिल काटोल
न्यूज रिपोर्टर
जिला नागपुर

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